आपको बता दें कि चीता टास्क फोर्स के अधिकारियों के निर्देश के बाद कूनो वन मंडल के अधिकारियों ने पिछले 27 नवंबर को मादा चीता तिबलिश और एक अन्य चीते को बड़े बाड़े में छोड़ा था। इसके बाद से ये लगातार वन्य जीवों का शिकार करने की कोशिश करती रही लेकिन शिकार नहीं कर सकी। बाड़े के अंदर की बड़ी घास की वजह से भी उसे शिकार करने में मुश्किल हो रही थी। इसे देखते हुए कूनो के अधिकारियों ने शनिवार को बड़े बाड़े में 13 और चीतल छोड़े।
रविवार को किया शिकार
रविवार शाम को तिबलिश ने एक चीतल का शिकार किया और अपनी भूख मिटाई। वह बड़े चाव से अपना शिकार खा रही थी। अब वह प्राकृतिक रूप से वन्य जीवों का शिकार कर सकेगी, दूसरे चीते भी शिकार करके अपना पेट खुद भर रहे हैं।
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