बताया जा रहा है कि वीरा इसी माह में शावकों को जन्म दे सकती है। यही वजह है कि कूनो प्रबंधन की निगरानी टीमें वीरा पर पूरी तरह नजर बनाए हुए है। उल्लेखनीय है कि गत 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों में शामिल मादा चीता वीरा वर्तमान में पौने 5 साल की है।
कुछ चीतों को खुले में छोड़ने की तैयारी
श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में 24 चीते हैं, जिनमें 12 वयस्क और 12 शावक हैं। वयस्क चीतों में से कुछ को आगामी दिनों में खुले जंगल में रिलीज किया जाना है। हालांकि इस संबंध में स्टीयरिंग कमेटी की अनुमति आना बाकी है, लेकिन कूनो प्रबंधन ने तैयारियां कर ली हैं।
वर्तमान में कूनो में 24 चीते
बता दें कि मध्य प्रदेश में चीतों का पुनर्वास भारत की जैव विविधता को पुनर्जीवित करने की यात्रा की शुरुआत है। 2022 में, प्रोजेक्ट चीता के तहत नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को भारत में लाया गया था। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका से चीतों की दूसरी खेप भारत लाई गई थी। पीएम मोदी ने अपने जन्म दिन पर इन चीतों को
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों के लिए तैयार किए गए बाड़ों में छोड़ा था।
जन्म दर के बीच जारी रहा मौतों का सिलसिला
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में 2024 में अब तक 13 शावक जन्म ले चुके हैं। लेकिन कुनबा बढ़ने के साथ ही यहां मौतों का सिलसिला भी चला। कूनो में अब तक 8 वयस्क चीतों की मौत हो चुकी है। इनमें तीन मादा और पांच नर शामिल हैं। बता दें कि सबसे पहले भारत की धरती मध्य प्रदेश में नामीबियाई फिर दक्षिण अफ्रीकी मादा चीतों ने कूनो में अपना कुनबा बढ़ाया। अब एक बार फिर दक्षिण अफ्रीकी चीता वीरा खुशखबरी देगी।