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अगर आप भी हैं पशु प्रेमी तो पालिए छुट्टा गोवंश, सरकार देगी इतना रुपये दरअसल, क्षेत्रीय वन अधिकारी धर्मवर्त भारद्वाज को सामाजिक संगठनों से बुधवार को सूचना मिली थी कि शहर के गांधी चौक स्थित एक आयुर्वेदिक क्लीनिक पर वन्यजीवों के अंग बेचे जा रहे हैं और अंगों की तस्करी की जा रही है। मामले को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्रीय वन अधिकारी शामली कोतवाली पहुंचे। जहां से उन्होंने कोतवाली पुलिस को साथ लेकर गांधी चौक स्थित क्लीनिक पर छापेमारी की। पुलिस ने मौके से क्लीनिक संचालक को हिरासत में ले लिया।
क्षेत्रीय वन अधिकारी ने बताया कि मौके से टाइगर के नाखून और हिरण के सींग समेत कई वन्य जीवों के अंग बरामद किए गए हैं। जिनकी कहीं न कहीं तस्करी और दवा में इस्तेमाल होने की आशंका है। पुलिस ने डाॅक्टर को हिरासत में लेकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। वहीं, कोतवाली पुलिस ने क्षेत्रीय वन अधिकारी धर्मवर्त भारद्वाज द्वारा डाक्टर के खिलाफ दी गई तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने की करवाई शुरू कर दी है। शहर के बीचोंबीच स्थित क्लीनिक से वन्यजीवों के प्रतिबंधित अवशेष मिलने से शहर में चर्चाओं का विषय बना हुआ है।