स्वागत में कतार लगाए दिखे विधायक-मंत्री
शामली विधायक प्रसन्न चौधरी से लेकर तमाम स्थानीय नेता उनके स्वागत के लिए पहुंचे। अभिजीत आज भले ही अपने गांव और जिले के स्टार बने हुए हों लेकिन एक वक्त ऐसा भी था, जब उनको खूब ताने सुनने को मिले थे। इन तानों की वजह थी 9वीं में फेल हो जाना।
घरवालों ने पूछा- हां, भाई अब क्या करना है?
अभिजीत बताते हैं, “मैं पढ़ाई-लिखाई में कभी अच्छा नहीं था। जैसे-तैसे चल रहा था फिर 9वीं में कैसे भी ना चल पाया। मैं 9वीं में फेल हो गया तो मुझे और घरवालों को दिख गया कि पढ़ाई मुझसे ना चलेगी।”
सेलेक्शन हो गया और पासपोर्ट नहीं बना था
अभिजीत बताते हैं कि वो एक किसान परिवार से आते हैं। कभी ध्यान ही नहीं आया कि पासपोर्ट भी बना हुआ होना चाहिए। जब ईरान जाने के लिए सेलेक्शन हुआ तो तत्काल पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया। ये तो अच्छा रहा कि सारी प्रक्रिया समय रहते हो गई और ईरान जाने का मौका मिला।
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अभिजीत अपनी इस उपलब्धि पर कहते हैं कि जितना पूरा गांव खुश नहीं है, उससे ज्यादा मेरी मां खुश है। उसी को खुश देखकर सबसे ज्यादा खुशी हो रही है। अभीजीत को अब उम्मीद है कि उनको प्रो कबड्डी में भी खेलने का मौका मिलेगा।
डाइट पर बोले- दूध-छाछ ही सबसे अहम
अपनी डाइट पर अभिजीत ने बताया कि वो अपने कोच और सीनियर की सलाह से डाइट लेते हैं। चिकन, अंडे, बादाम, छुवारे सभी कुछ उनकी डाइट में है। इन सबके साथ वो सबसे अहम मानते हैं दूध और छाछ को। कहते हैं कि दूध-छाछ किसान के घर में होता है और यही मेरी डाइट का सबसे खास हिस्सा है।