उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़कों पर घूम रहे आवारा गौवंशो को 10 जनवरी तक गौशाला में भर्ती कराने के सभी जिले को निर्देश दिए थे, जिसके बाद देर रात नगर पंचायत कस्बा ऊन के कर्मचारियों द्वारा क्षेत्र में घूम रहे आवारा गौवंशो को दो ट्रकों के अंदर भूसे की तरह भरकर शामली गौशाला में लाया गया था। लेकिन बीच रास्ते में ही आधा दर्जन से ज्यादा गोवंशो की दम घुटने से मौत हो गई। गोवंश की मौत की खबर पर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में एसडीएम शामली अरविंद कुमार गौशाला पहुंचे और गौशाला का निरीक्षण करते हुए सभी मृत पशुओं को पोस्टमार्टम के आदेश दिए हैं। वहीं एसडीएम के पहुंचते ही नगर पंचायत के कर्मचारी मौके से फरार हो गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारणों का पता चलने के बाद कर्मचारियों पर कार्रवाई की बात कही जा रही है।