मां चामुंडेश्वरी मंदिर में 35 वर्षों से लगातार नगर वासियों के सहयोग से अखंड रामायण पाठ चल रहा है मंदिर परिसर में एक बावड़ी कुआं है जिसमें वर्ष भर पानी रहता है भीषण गर्मी के दिनों में भी उक्त कुएं में पानी रहता है कुए के पास ही पिपलेश्वर शनि देव भगवान का मंदिर भी है जिस मंदिर में नवग्रह देवता स्वरूप में विराजमान है।
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नवरात्रि के दिनों में समिति द्वारा कई अनुष्ठान आयोजन होते हैं नवरात्रि की आखरी दिन महानवमी की रात्रि में एक विशेष हवन किया जाता है जिसमें नगर के बुजुर्गों द्वारा हवन मैं आहुतियां दी जाती है एवं नगर की सुरक्षा रक्षा तथा स्वास्थ्य की कामना की जाती है मां चमुंडेश्वरी माता मंदिर में शारदीय नवरात्रि तथा चेत्र नवरात्रि के अलावा भी गुप्त नवरात्रि भी मनाई जाती है जिसमें विशेष हवन अनुष्ठान किए जाते हैं।