सबसे ज्यादा 12 उम्मीदवार शाजापुर से
जिले की शाजापुर विधानसभा ऐसी है, जहां सर्वाधिक उम्मीदवार उतरते हैं। वर्ष 2003 में यहां 07 प्रत्याशी थे। 2008 और 2011 में 11-11 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा। लेकिन इस बार सर्वाधिक 12 प्रत्याशी मैदान लड़ रहे हैं। इसी के साथ शुजालपुर सीट पर 2013 में 7 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार 10 उम्मीदवार मैदान में हैं। जबकि कालापीपल विधानसभा में 10 उम्मीदवार मैदान में थे, जो अब 08 उम्मीदवार ही चुनाव लड़ रहे हैं। यहां संख्या में दो उम्मीदवार कम खड़े हुए हैं। खास बात यह है कि कालापीपल विधानसभा से कोई भी निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं है।
तीसरी पार्टी व निर्दलीय को नहीं मिला मौका
खास बात यह है कि जिले में अभी तक भाजपा-कांग्रेस के अलावा तीसरी पार्टी के उम्मीदवार को मतदाताओं ने अभी तक विजय होने का मौका नहीं दिया है। चुनावी मैदान में निर्दलीय उतरने वाले उम्मीदवारों को जनता ज्यादा तवज्जो नहीं देती है। ज्यादातर उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है।
इसलिए डटे रहते हैं मैदान में
जिन उम्मीदवारों को ज्यादा तवज्जो नहीं मिलती वे संबंधित पार्टी के उम्मीदवारों के वोट काटना, चुनाव में पार्टी की उपस्थित दर्ज करना। अपने समाज में नेता की छवि प्राप्त करना। स्थानीय मुद्दों को लेकर चुनाव में खड़ा होना। खुद का प्रचार पाने के लिए मैदान में उतरना। पार्टी विशेष के रणनीति के तहत मोहरे के रूप में चुनाव में खड़ा होना। मतपत्र पर अपना नाम व फोटो छपवान के शौक आदि के तहत मैदान में उतरते हैं।
2003 विधानसभा चुनाव
शाजापुर 07 प्रत्याशी निर्दलीय 4
शुजालपुर 07 प्रत्याशी निर्दलीय 03
गुलाना 06 प्रत्याशी निर्दलीय 02
योग कुल प्रत्याशी 20 कुल निर्दलीय 09
2008 विधानसभा चुनाव
शाजापुर: 11 प्रत्याशी निर्दलीय 06
शुजालपुर 09 प्रत्याशी निर्दलीय 04
कालापीपल 11 प्रत्याशी निर्दलीय 06
योग कुल प्रत्याशी 31 कुल निर्दलीय 16
2013 विधानसभा चुनाव
शाजापुर: 11 प्रत्याशी निर्दलीय 07
शुजालपुर 07 प्रत्याशी निर्दलीय 03
कालापीपल 10 प्रत्याशी निर्दलीय 06
योग कुल प्रत्याशी 28 कुल निर्दलीय 16
2018 विधानसभा चुनाव
शाजापुर: 12 प्रत्याशी निर्दलीय 06
शुजालपुर 10 प्रत्याशी निर्दलीय 02
कालापीपल 08 प्रत्याशी निर्दलीय शून्य
योग कुल प्रत्याशी 3 कुल निर्दलीय 08