ब्लॉक सिधौली के ग्राम मूर्छा निवासी 65 वर्षीय किसान हरिनंदन ने सरकारी कर्जे के चलते 24 जुलाई को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में लिखा था बैंक कर्ज माफ ना होने के चलते परेशान है। इसी चलते आत्महत्या कर रहा है। इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देशों पर राज्यसभा सांसद संजय सिंह और पूर्व केन्द्रीय मंत्री जतिन प्रसाद किसान के गांव मोर्छा पहुंचे और परिवार से मिले। परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। वहीं इस दौरान बीजेपी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार कर्जमाफी के नाम पर खूब छाती पीट रही है। किसान रैलियां कर रही है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है।
आत्महत्या करने को मजबूर किसान
देश में किसान आत्महत्या करने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि किसान की मौत का शासन-प्रशासन और सीएम से लेकर पीएम तक जिम्मेदार हैं। पीड़ित किसान ने तहसील से लेकर मुख्यमंत्री तक चिट्ठी भेजी। अधिकारियों के चक्कर लगाने के बाद कर्ज माफ नहीं हुआ, जिसके बाद किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो गया। सभी मानकों के बावजूद भी आखिर किसान का कर्ज माफ नहीं किया गया।वहीं संजय सिंह ने कहा आजादी के 67 साल बाद भी किसान की मौत एक बदनुमा दाग है।