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शहडोल से नागपुर सीधी ट्रेन नहीं, गोंदिया तक जा सकते थे, उस ट्रेन पर भी लगा दी रोक

सांसद ने लिखा पत्र, कहा- दो दशक से मांग, बोर्ड में भी मुद्दा उठा, शुरू कराएं नई ट्रेन

शाहडोलJun 20, 2021 / 11:24 am

amaresh singh

special train

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शहडोल. संभाग की जनता दो दशक से नागपुर तक सीधी ट्रेन शुरू कराने के लिए आवाज उठा रही है। कई बार प्रदर्शन हुए। जनप्रतिनिधियों के समक्ष मुद्दे उठाए गए। सांसद विधायकों ने भी रेल मंत्री को पत्र लिखा। इतना ही नहीं, संसद तक में मुद्दा उठाया गया लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। हर माह हजारों लोग नागपुर तक इलाज कराने के लिए जाते हैं। व्यापारियों का बड़ा वर्ग भी इससे जुड़ा है लेकिन सीधी ट्रेन न होने की वजह से लोगों की असुविधा हो रही है। कोरोना संक्रमण काल में यात्रियों की मुसीबत तब और बढ़ गई, जब वैकल्पिक व्यवस्था के लिए चल रही गोंदिया टे्रन का भी रूट बदल दिया गया है। लोगों को नागपुर तक सीधी ट्रेन तो नहीं मिली बल्कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बरौनी-गोंदिया जो ट्रेन शहडोल से चल रही थी उसका रूट ही बदल दिया गया है।

शहडोल से नहीं गुजरेगी गोंदिया ट्रेन, बढ़ी समस्या
बरौनी-गोंदिया ट्रेन को दूसरे रूट से कर दिया गया और लोगों को भनक तक नहीं लगी। इससे जिले के यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई। पहले नागपुर इलाज सहित अन्य कामों के लिए जाने वाले यात्री बरौनी-गोंदिया से गोंदिया तक चले जाते थे फिर यहां से लगभग दो सौ किमी दूरी तय कर नागपुर चले जाते थे लेकिन अब बरौनी-गोंदिया का रूट बदल जाने से परेशानी और बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि अब गोंदिया ट्रेन शहडोल से न होकर जबलपुर रूट से गुजरेगी।

प्राइवेट वाहनों का सहारा, बीच में बदलनी पड़ती है ट्रेन
जिले से हर माह एक हजार से ज्यादा लोग इलाज सहित अन्य कामों के लिए नागपुर जाते हैं। ऐसे में जिले से सीधे किसी टे्रेन का नागपुर तक नहीं जाना लोगों के लिए मुश्किल बढ़ा रहा है। लोग लंबे समय से नागपुर तक सीधे जाने के लिए ट्रेन की मांग कर रहे हैं लेकिन रेलवे प्रबंधन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। रेल यात्री संघ कई बार जिले से नागपुर तक जाने के लिए ट्रेन की मांग कर रहा है। जिले के लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधि इस दिशा में प्रभावी तौर पर मांग नहीं कर पा रहे हैं। इससे जिले के लोगों को नागपुर तक जाने के लिए ट्रेन की सुविधा नहीं मिल रही है। नागपुर इलाज के लिए जाने वाले लोगों को प्राइवेट वाहनों को करके नागपुर जाना पड़ता है। ऐसे में उनका पैसा भी ज्यादा खर्च होता और परेशान भी होते हैं। वहीं दूसरी ओर इलाज के लिए जाने वाले मरीजों को ट्रेन बदलने से समस्या होती है।

पहले से कई ट्रेनों का स्टापेज खत्म किया
संभाग में ट्रेनों की संख्या तो नहीं बढ़ रही है लेकिन ट्रेनों का स्टापेज घटाया जा रहा है। कोरोना काल से पहले जो ट्रेनें चल रही थी। उनको बाद में चालू तो किया गया लेकिन दो ट्रेनों का स्टापेज उमरिया जिले से खत्म कर दिया गया। इससे उमरिया जिले के यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। जिले के लोगों ने कहा कि एक तो ट्रेनों की संख्या नहीं बढ़ाई जा रही है। दूसरे जो ट्रेने फिर से चालू हो रही है उनका स्टापेज खत्म किया जा रहा है। इससे परेशानी बढ़ गई है।


जिले में नागपुर तक जाने के लिए कोई ट्रेन नहीं है। एक बरौनी-गोंदिया चल रही थी तो उसका रूट बदलकर दूसरे रूट से कर दिया गया है। यह जिले के यात्रियों के साथ अन्याय है। इस टे्रेन से लोग गोंदिया तक जाते थे और वहां से नागपुर चले जाते थे।
विनय तिवारी, व्यवसायी

जिले में नागपुर तक जाने के लिए सीधे एक ट्रेन चलना चाहिए ताकि जिले से जो यात्री इलाज सहित अन्य कामों के लिए नागपुर जाते हैं वह आसानी से वहां पहुंच सके। इसके लिए रेल यात्री संघ ने रेलवे प्रबंधन से कई बार मांग किया है लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
सलीम खान, अध्यक्ष रेल यात्री संघ

जिले के लोग लंबे समय से नागपुर तक जाने के लिए ट्रेन की मांग कर रहे हैं लेकिन इस पर रेलवे प्रबंधन ध्यान नहीं दे रहा है। इसके लिए जनप्रतिनिधियों को गंभीरता के साथ प्रयास करना चाहिए ताकि जिले के लोगों को नागपुर जाने में असुविधा का सामना नहीं करना पड़े।
राजकुमार गुप्ता, व्यापारी

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