दरअसल वैक्सीनेशन सेंटर में व्याप्त अव्यवस्था के चलते लोगों में नाराजगी देखने मिली। सुबह से लोग वैक्सीन लगवाने आकर बैठे थे लेकिन उन्हे टोकन नहीं मिल रहा था। वहां तैनात कर्मचारियों के पास कम्प्यूटर व लैपटॉप भी नहीं था। कर्मचारियों द्वारा मोबाइल से पंजीयन किया जा रहा था। जिससे काफी समय लग रहा था। ऐसे में लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। जिसके चलते लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होने हंगामा मचाना शुरू कर दिया।
वैक्सीनेशन सेंटर में मची अफरा-तफरी व लोगों के आक्रोश को देखते हुए पंजीयन कर रहे कर्मचारी कुर्सी छोंड़कर दूर खड़े हो गए। इस दौरान विवाद की स्थिति निर्मित होने लगी और नाराज लोग कर्मचारियों से ही बहस पर उतारू हो गए। लोगों के आक्रोश को देखते हुए वॉलंटियरों ने हाथ खड़े कर लिए। उनका साफ कहना था कि जब तक पुलिस नहीं आती तब तक वह काम नहीं करेंगे। काफी देर तक हंगामे की स्थिति निर्मित रही। लगभग 12 बजे के बाद कम्प्यूटर मंगाया गया व अन्य कर्मचारियों को बैठाकर लोगों को लाइन लगाकर पंजीयन कराने समझाइश दी गई।
वैक्सीनेशन सेंटर में मौजूद लोगों का कहना था कि वह सुबह से आकर बैठे हुए हैं। नगर पालिका के कर्मचारियों के साथ ही कुछ खास लोगों को पहले ही टोकन बांट दिया गया। घंटो इंतजार के बाद उन्हे टोकन नहीं दिया जा रहा है। रजिस्ट्रेशन कराने के लिए इतनी गर्मी में कतार लगाकर खड़े हैं लेकिन समुचित व्यवस्था न होने की वजह से पंजीयन में भी काफी समय लग रहा है। जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी हो रही थी।
मानस भवन नगर का मुख्य केन्द्र बिन्दु है। जहां ज्यादातर लोग वैक्सीनेशन के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां आए दिन विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। इसके बाद भी यहां न तो कोई जिम्मेदार मौजूद रहता है और न ही भीड़ को संभालने के लिए कोई और व्यवस्था की गई है। जिसके चलते आए दिन विवाद की स्थिति बन रही है। गर्मी में घंटो इंतजार के बाद भी वैक्सीन न लग पाने की वजह से लोग आक्रोशित हो रहे हैं और वहां तैनात कर्मचारियों को लोगों की नाराजगी का शिकार होना पड़ रहा है।