ये भी पढ़ें – MP Weather News: ठंड ने बढ़ाई मुश्किलें, इन जिलों में चलेगी शीतलहर, जानें तापमान का हाल जांच(crime news) के दौरान चिकित्सकों ने देखा की बालक के पेट पर 24 से अधिक दागने के निशान हैं। बालक निमोनिया व दिमागी बुखार से गंभीर रूप ग्रसित है। सिंगपुरी के केशव बैगा के बेटे श्रेयांस को 20 दिन इलाज के नाम पर दागा गया था। सुधार नहीं होने पर उसे अस्पताल लेकर गए।
10 साल में 60 बच्चों की मौत
मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य मेघा पवार का कहना है कि, मामला संज्ञान में आया है। अधिकारियों से जानकारी मांगी है। जल्द गांव का दौरा किया जाएगा। स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण सर्दियों में दागना के मामले बढ़ जाते हैं। निमोनिया में समुचित और समय पर इलाज न मिलने से हालत बिगडऩे पर परिजन दगवा देते हैं। पिछले दो साल में दागना से 10 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है। 10 साल में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है।