बता दें कि, इससे पहले 1 अक्टूबर की दोपहर करीब 12 बजे भी 3.6 तीव्रता का आ चुका है। उस दौरान भी किसी तरह की हानि की खबर सामने नहीं आई थी। मौसम विभाग द्वारा इन झटकों का कारण बारिश को माना था। उस दौरान ये भी कहा गया था कि, अगर फिर बारिश का दौर शुरु होता है, तो झटके एक बार फिर आ सकते हैं। आपको बता दें कि, उस दौरान भूकंप के झटकों का अधिक प्रभाव यानी केंद्र सिवनी शहर के छिंदवाड़ा चौक पर अधिक था। लोगों ने बताया कि, उस समय एक ही समय में दो बार कंपन मेहसूस हुआ था। ये कंपन करीब 5 सेकंड तक रहा था। इस दौरान घरों-दुकानों के दरवाजे और कांच बजने लगे थे।
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इस वजह से आता है यहां भूकंप
भू-गर्भ शास्त्री की मानें, तो यहां की जमीन के अंदर मौजूद चट्टानों के कारण ये स्थिति उत्पन्न होती रहती है। यहां अधिकतर चूने की अलग-अलग परत वाली चट्टाने हैं। बारिश होने पर इन चट्टानों में सिकुड़न होती है और ये धंस जाती हैं। यहीं वजह भूकंप का कारण बनती है। विभाग की मानें, तो आगामी 24 घंटों के भीतर यहां एक बार फिर भूकंप के झटके मेहसूस किये जा सकते हैं। वहीं, अगर आगामी कुछ घंटों के भीतर बारिश हुई, तो चट्टानों पर इसका फिर से प्रभाव पड़ेगा। हालांकि, ये झटके इतने तीव्र नहीं होंगे कि, किसी तरह का जानी और माली नुकसान की संभावना हो, रिएक्टर पैमाने पर इनकी तीव्रता 1 तक हो सकती है। फिर भी शहर के लोगों को सतर्कता बरतने की जरूरत है।
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