रेलवे बोर्ड ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन की महाप्रबंधक नीनू इटियेरा का तबादला कर दिया है। उनकी जगह पर तरुण प्रकाश की नियुक्ति की गई है। जबकि नागपुर मंडल के डीआरएम दीपक कुमार गुप्ता बनाए गए हैं। नए अधिकारियों से उम्मीद है कि वे ब्रिज के कार्य जल्द पूरा कराएंगे और ट्रेनों का परिचालन सुचारू रूप से हो सकेगा। इसके अलावा नई ट्रेनों की सौगात भी मिल पाएगी।
बताया जाता है कि जब तक ब्रिज नंबर-94 का कार्य पूरा नहीं हो जाता और इस पर ट्रेन के परिचालन को हरी झंडी नहीं मिल जाती तब तक नई ट्रेनों के प्रस्ताव पर भी मुहर नहीं लग पाएगी। ऐसे में सिवनी, छिंदवाड़ा सहित आसपास के जिलों के लोगों को फिलहाल आगामी कुछ माह नई ट्रेनों की सौगात भी मिलनी मुश्किल है।
ब्रिज नंबर-94 में आई दरार के बाद लगभग दो माह तक कार्य शुरु नहीं किया गया था। रेलवे ने पहले ब्रिज में आई दरार के वजहों की जांच की। रेलवे बोर्ड दिल्ली से भी टीम ने ब्रिज को बारीकी से देखा था। ब्रिज में दरार किन वजहों से आई और आगामी समय में ऐसी पुनरावृत्ति न हो इसके लिए क्या किया जा सकता है इन सभी बिन्दुओं पर टीम ने रिपोर्ट तैयार की थी। बिलासपुर से भी टीम कई बार आई। लगभग दो माह बाद नए ब्रिज के लिए निर्माण कार्य शुरु किया गया।
बताया जाता है कि भंडारकुंड से भिमालगोंदी रेलमार्ग पर ब्रिज नंबर-94 को बनाने में ढाई करोड़ का खर्च आया था। जबकि महज तीन साल में इस ब्रिज के मेंटनेंस में ही साढ़े तीन करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। इस ब्रिज को लेकर शुरु से सवाल उठते रहे हैं।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल के अंतर्गत छिंदवाड़ा-सिवनी-नैनपुर मंडला फोर्ट रेल परियोजना कार्य वर्ष 2015 से 2022 तक चला था। परियोजना में लगभग 1400 करोड़ एवं छिंदवाड़ा से इतवारी रेल परियोजना में भी 1300 करोड़ रुपए खर्च किए गए। सात साल के लंबे इंतजार के बाद लोगों को छिंदवाड़ा से सिवनी, नैनपुर होते हुए जबलपुर तक एवं नागपुर तक चंद ट्रेनों की सौगात मिली। हालांकि ब्रिज की वजह से अब काफी समस्या आ रही है।