अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार को भव्य बनाया जा रहा है। इसमें लंबा-चौड़ा पोर्च होगा। स्टेशन में बड़े-बड़े होटल की तर्ज पर ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है कि वाहन सीधे मुख्य गेट तक पहुंचे। धूप, बारिश में लोगों को दिक्कत नहीं होगी। इसमें सामान्य, वीआईपी सभी के वाहन होंगे। वाहन गेट पर पहुंचने के बाद यात्री को उतारकर पार्किंग में खड़ी कर दी जाएगी या फिर स्टेशन से बाहर निकल जाएगी।
वर्तमान में सिवनी रेलवे स्टेशन में यात्रियों को वेटिंग रूम की भी सुविधा नहीं मिल रही है। वहीं महज एक शौचालय है। इसके अलावा यात्रियों को बैठने की भी प्रर्याप्त व्यवस्था नहीं है। शाम होते ही स्टेशन के अधिकतर हिस्से में अंधेरा छा जाता है। वहीं प्रवेश द्वार से भी आने-जाने में यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही सारी समस्याओं का हल निकल जाएगा।
सिवनी में वर्ष 2015 तक नैरोगेज ट्रेन चला करती थी। लोगों को सिवनी से जबलपुर जाने के लिए दस से बारह घंटे लग जाया करते थे। जबकि देश के विभिन्न कोने में बड़ी रेल लाइन थी। ऐसे में लोगों को भारी असुविधा होती थी। जनप्रतिनिधियों ने आवाज उठाई और फिर वर्ष 2016 में ब्राडगेज का कार्य शुरु हुआ। वर्ष 2022 में बड़ी रेल लाइन का कार्य पूरा हुआ। लोगों के सपनों को पंख लग गए। आधा दर्जन ट्रेनों की सौगात मिल चुकी है। हालांकि अभी सुविधाओं प्रर्याप्त नहीं है। आए दिन ट्रेनों के निरस्त होने से दिक्कत है। ऐसे में जरूरी है कि जिम्मेदार प्रर्याप्त ट्रेनों को लेकर आवाज उठाएं। जिससे लोगों को आवागमन करने में परेशानी न हो।
रेलवे स्टेशन में विभिन्न कार्य लगभग 27 करोड़ रुपए की लागत से हो रहा है इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। विभिन्न कार्य अलग-अलग एजेंसी कर रही है। हालांकि कार्य लगभग डेढ़ साल पहले ही शुरु हो चुका है, लेकिन गति काफी धीमे है। इसके पीछे वजह मजदूरों की कमी, बारिश भी है। अधिकारियों का कहना है कि हम दिसंबर 2024 तक कार्य पूरा कर लेंगे।
नवंबर 2024 तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। बारिश की वजह से कार्य की गति धीमी थी। दिसंबर तक कार्य पूरा हो जाएगा। लोगों को जल्द सुविधा मिलेगी।
एके सूर्यवंशी, चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर, अमृत भारत स्टेशन योजना, गति शक्ति