इस बैंक में दुनिया के 190 देशों में पाई जाने वाली अलग-अलग प्रजातियों के पेड़-पौधों और वनस्पतियों के करीब 2.3 बिलियन (230 करोड़) से अधिक बीजों को माइनस 20 डिग्री सेल्सियस में एयर-टाइट ग्लास कंटेनरों में संग्रहित कर फ्रीजर में रखा गया है। इन बीजों का आने वाले वर्षों में पौधों की नई पीढ़ी और किस्में विकसित करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में बीते साल लगी भीषण दरअसल हमारे लिए एक चेतावनी है कि हमें अपने जंगलों की सुरक्षा करने की आवश्यकता है। इस आग से वैज्ञानिक और सरकारें भी डर गई हैं। बैंक के एलिनॉर बर्मन ने बताया कि केव और ऑस्ट्रेलिया के बीज वैज्ञानिक आपातकालीन बीज-संग्रह के अभियान में मिलकर काम करेंगे ताकि अनमोल जैव विविधता वाले क्षेत्र में जीव-जंतुओं के पर्यावास को फिर से बहाल किया जा सके। उन्होंने बताया कि अब तक 8900 ऑस्ट्रेलियाई प्रजाति के पेड़-पौधों के 12,450 बीजों का संग्रह किया जा चुका है। वहीं जो बीच स्थानीय बीज बैंकों में सहेजे गए हैं उन्हें भी डुप्लिकेट कर एमएसबी में संग्रहीत किया गया है।