स्कॉटलैंड में एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के प्रोफेसर केव धालीवाल ने कहा, यह एक बेहतर तकनीक है जो हमें मानव शरीर के अंदर देखने की अनुमति देती है। इसमें विभिन्न अनुप्रयोगों को करने के लिए विशाल क्षमता है।
धलीवाल ने कहा कि एक्स-रे या अन्य महंगी विधियों का उपयोग किए बिना या फिर इसे बिना गाइड किए ट्रैक कर पाना संभव ही नहीं है कि एन्डोस्कोप शरीर में किस जगह स्थित है। रोशनी को एंडोस्कोप के जरिए शरीर से गुजारा जाता है, लेकिन यह आमतौर पर सीधे जाने के बजाय ऊतक और अंगों से टकराते हुए या उनके ऊपर से कूदते हुए निकल जाती है।
इससे एन्डोस्कोप कहां है इसका स्पष्ट चित्र नहीं मिल पाता है। नए कैमरे में उन्नत तकनीक का फायदा उठाया गया है जिसके जरिए प्रकाश के अलग-अलग कणों का पता लगाया जा सकता है, जिसे फोटोन कहा जाता है। यह तकनीक इतनी संवेदनशील है कि यह प्रकाश के छोटे निशान का भी पता लगा सकती है जो शरीर के ऊतकों के माध्यम से एंडोस्कोप से गुजरती है। अध्ययन में पता चला है कि प्रारंभिक परीक्षणों में प्रोटोटाइप डिवाइस सामान्य प्रकाश की स्थिति में ऊतक के 20 सेंटीमीटर के माध्यम से बिंदु प्रकाश स्रोत के स्थान को ट्रैक कर सकता है।
हिलेरी हुईं साइबर हमले की शिकार
सैन फ्रांसिस्को। अमरीका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन द्वारा एक वेबसाइट का समर्थन करने के बाद वह साइबर हमले का शिकार हो गईं। यह वेबसाइट कथित तौर पर हिलेरी के राजनीतिक समर्थकों के लिए एक सोशल मीडिया मंच बनने के प्रयास के तहत शुरू की गई है। हिलेरी ने ट्विटर पर खुद रविवार रात इस नई वेबसाइट ‘वेरिटÓ के बारे में जानकारी दी। क्लिटंन के ट्वीट के बाद वेरिट ने काम करना बंद कर दिया, ऐसा साइबर हमले के कारण हुआ।
हिलेरी ने ट्वीट कर कहा, मैं वेरिट के साथ जुड़कर उत्साहित महसूस कर रही हूं। मेरे 6.58 करोड़ समर्थकों के लिए सोशल मीडिया मंच। क्या आप मेरे साथ जुडऩा चाहेंगे। वेबसाइट के निर्माता पीटर डाऊ ने कहा कि उन्होंने क्लिंटन के समर्थकों के लिए एक ऑनलाइन मंच बनाने के प्रयास के तहत वेरिट की रचना की, ताकि वे आसानी से साझा तथ्यों, आंकड़ों और जानकारियों को प्राप्त कर सकें। क्लिंटन के ट्वीट में 6.58 करोड़ का मतबल 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें मिले कुल वोटों की संख्या है।