बता दें कि शनिवार को कुंडेरा रेंज में बाघ टी-86 ने एक व्यक्ति भरतलाल मीना पर हमला कर दिया था। इससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद ग्रामीणों ने उलियाना-कुंडेरा रोड पर जाम लगा दिया था और शव को लेकर बैठ गए थे। इसके बाद रविवार को बाघ टी-86 की मृत फोटो वायरल हो गई। इसके बाद वन विभाग भी हरकत में आया। देर शाम विभाग को एक खेत से बाघ टी-86 का शव बरामद हुआ। बाघ को राजबाग नाका लाया गया। इस दौरान बाघ के सिर पर कुछ चोट के निशान भी थे। आशंका जताई जा रही है कि किसी हमले में बाघ की मौत हुई है। हालांकि विभाग इस बारे में अभी कुछ नहीं कह रहा है।
फोटो में क्षत विक्षत नजर आ रहा शव
घटना के बाद मृत बाघ के वायरल हो रहे फोटो में शव क्षत-विक्षत हाल में नजर आ रहा है। बाघ के शरीर पर भी चोट के कई निशान है। फोटो देखकर प्रतीत हो रहा है कि बाघ के मुंह पर पत्थर या फिर किसी भारी चीज से उसे कुचला गया है। वनविभाग की मानें तो यह फोटो बाघ टी-86 उर्फ चिरकू का है। यह रणथम्भौर की उम्रदराज बाघिन लाडली यानि टी-8 और बाघ टी-34 यानि कुंभा की संतान था। बाघ की उम्र करीब 14 साल थी। पूर्व में इस बाघ का मूवमेंट रणथम्भौर के जोन एक और दो रहता था। बाद में यह बाघ टेरेटरी की तलाश में रणथम्भौर के नॉन पर्यटन क्षेत्र यानि कुण्डेरा रेंज में विचरण करने लगा था। दो दिन से बीमार बताया जा रहा था बाघ
वन अधिकारियों ने बताया कि बाघ टी-86 पिछले दो-तीन दिनों से बीमार था। बाघ का मूवमेंट लगातार कुण्डेरा रेंज में बना हुआ था। विभाग की ओर से बाघ की लगातार मॉनिटरिंग भी की जा रही थी। इस संबंध में विभाग की ओर से पूर्व में उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया गया था। हालांकि बाघ की मौत होने और उसके शव का फोटो वायरल होने के बाद भी वन विभाग को बाघ का शव नहीं मिलने से वन विभाग की ट्रेकिंग और मॉनिटरिंग पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
रणथम्भौर बाघ परियोजना, सीसीएफ, अनूप केआर ने बताया कि बाघ के शव का जो फोटो वायरल हो रहा है। वह टी-86 ही बताया जा रहा है। बाघ विगत दिनों बीमार हालत में भी था। उसके चोट का निशान भी था। लेकिन अब तक हमें बाघ का शव बरामद नहीं हुआ है। ऐसे में अभी स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है।