केंद्रीय रेल मंत्री
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि देश में पहली बार त्रिनेत्र गणेश की नगरी से कवच 4.0 का इंस्टालेशन पूर्ण हुआ है। इससे रेल सफर सुरक्षित होगा एवं हादसों में कमी आएगी। उन्होंने बताया कि आगामी वर्षों में करीब दस हजार लोको के ऊपर कवच लगाने का काम पूरा होगा। फिलहाल तीन हजार किलोमीटर ट्रेक को कवच से लैस किया जा रहा है। जल्द ही नौ हजार किलोमीटर ट्रेक पर अतिरिक्त कवच का काम होगा।
Kavach 4.0 से यह होगा फायदा
केन्द्रीय रेल मंत्री ने कवच 4.0 के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि
भारतीय रेलवे की इस प्रणाली से रेल ड्राइवर को करीब 10 से 15 किमी. दूर का सिग्नल भी रात में भी केबिन में दिखाई देगा। इस प्रणाली के तहत रेड लाइट पर पहुंचने से पहले ही आपात ब्रेक लग जाएंगे। यदि कहीं फाटक आता है तो वहां जो चालक को सीटी देनी होती है, वह कवच के माध्यम से स्वत: ही दे दी जाएगी। कवच से रेल की सुरक्षा बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी।
उन्होंने बताया कि पहाड़ी एरिया हो या डेजर्ट या फिर समुद्र तट। इन सबके हिसाब से कवच का जो विकास करना था। वह किया गया है। आने वाले समय में कवच से दिल्ली-मुंबई, दिल्ली से हावड़ा, दिल्ली से चेन्नई, हावड़ा से मुंबई का काम भी पूरा होगा। इस दौरान उनके साथ जबलपुर जोन की जीएम, कोटा मंडल के डीआरएम, सीनियर डीसीएम सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
25 करोड़ से होगा चौथकाबरवाड़ा का विकास
चौथकाबरवाड़ा में चार बड़े 25 करोड़ के काम होंगे। इनमें सभी प्लेटफार्म को फुल लैंथ किया जाएगा। एक 12 मीटर का फुट ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। साथ ही यात्रियों की सुविधा बढ़ाई जाएगी। वहीं श्योपुर से सवाईमाधोपुर के बीच रेलवे लाइन की डीपीआर बन गई है। मध्यप्रदेश से कैलारस तक काम कम्प्लीट हो गया है और आगे भी कार्य तेज गति से चल रहा है। जयपुर-सवाईमाधोपुर रेलवे लाइन का दोहरीकरण का कार्य शुरू हो चुका है। आने वाले दिनों में यहां पैसेंजर ट्रेनें बढ़ाई जाएगी।