ग्रामीणों के अनुसार रेलवे फाटक के पास मुख्य सड़क मार्ग पर सुबह 6 बजे से सैकड़ों वाहनों की लम्बी कतार लगना शुरू हो गई। शिवाड़ से ईसरदा तक लगभग 500 से अधिक वाहनों की यह लंबी कतार शाम तक लगी रही। इससे सवाईमाधोपुर, टोंक, जयपुर के परीक्षा केंद्रों पर समान पात्रता परीक्षा देने जा रहे परीक्षार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं आसपास के ग्रामीणो को भी जाम के कारण भारी परेशानी हुई। जाम के चलते शिवाड़ से जामडोली, शिवाड़ से बरोनी जाने वाले यात्री व वाहनों को भी परेशानी हुई।
सोलपुर गांव में है बजरी का स्टॉक
ग्रामीणों ने बताया कि ईसरदा पंचायत के सोलपुर गांव में बजरी का स्टॉक है। ये वाहन बजरी भरने यहां जाते हैं। लेकिन स्टॉक पर पहले से ही वाहनों की अधिकता के चलते जगह नहीं मिलती है। इसका कारण वाहनों में क्षमता से अधिक बजरी भरना एवं स्टॉक के नाम पर अवैध बजरी का स्टॉक निकालना है।
अवैध खनन व चरागाह भूमि में हो रहे बजरी खनन को रोकने की मांग
टापुर सरपंच ने पंचायत क्षेत्र के चरागाह भूमि पर खनन करने का आरोप लगाया है। शिवाड़ सहित ईसरदा, टापुर, महापुरा, सारसोप के ग्रामीणों ने क्षेत्र में चल रहे नियम विरुद्ध अवैध बजरी खनन सहित ओवरलोड वाहनों व वाहनों की अधिकता के चलते गांवों में लगने वाले जाम, ओवरलोड वाहनों से मुख्य सड़क पर बिखेरी जाने वाली बजरी पर लगाम, बिना तिरपाल के बजरी परिवहन करने, लीज क्षेत्र से हटकर खनन करने, अवैध स्टाक करने, चालकों के तेज आवाज में संगीत बजाने, बाइक सवार व अन्य छोटे वाहनों को साइड नहीं देने आदि समस्याओं को लेकर कार्रवाई की मांग की। ग्राम पंचायत टापुर सरपंच तारा देवी ने बताया कि ग्राम पंचायत टापुर के अभयपुर गांव की चरागाह भूमि खसरा नंबर 741व 673 में से बजरी माफिया की ओर से अवैध खनन किया जा रहा है। इससे पूर्व भी इस जगह पर खनन किया गया। सरपंच ने पूर्व में भी प्रशासन को जानकारी देकर खनन कार्य रुकवाया था, लेकिन दुबारा इस चरागाह भूमि से अवैध खनन किया जा रहा है। इस चरागाह भूमि में लगे पौधों व पेड़ों को भी नष्ट किया जा चुका है। सरपंच ने प्रशासन से चरागाह भूमि में से अवैध बजरी खनन रुकवाने की मांग की।