रणथम्भौर में नहीं रखा जा सकता बाघ वनाधिकारियों ने बैठक में माना की बाघ खतरनाक है और बाघ को अधिक दिनों तक एनक्लोजर में रख पाना संभव नहीं है। वहीं बाघ को खुले में भी नहीं छोड़ा जा सकता है।
एनटीसीए को भेजेंगे प्रस्ताव बैठक में बाघ को बॉयोलोजिकल पार्क में भेजने के निर्णय के बाद इस प्रस्ताव को आगे भेजने पर बात हुई। मामले में एनटीसीए से जवाब आने व अनुमति मिलने पर ही टी-104 के संबंध में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
21 दिनों से एनक्लोजर में बंद बाघ वर्तमान में बाघ टी-104 भिड नाके पर दो हैक्टयार के एनक्लोजर में बंद है। बाघ को 15 सितम्बर में करौली से रेस्क्यू करने के बाद एनक्लोजर में शिफ्ट किया गया था। बाघ पिछले 21 दिनों से एनक्लोजर में बंद है। तभी यह तय हो गया था कि बाघ को अब रणथम्भौर में खुले जंगल में नहीं छोड़ा जाएगा।
इनका कहना है… बैठक में बाघ को खतरनाक मानते हुए अन्यत्र शिफ्ट करने का फैसला किया गया है। इसके लिए हम एनटीसीए व उच्च अधिकारियों को प्रस्ताव भेजेंगे। एनटीसीए व उच्च अधिकारियों के निर्देश पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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