बताया गया कि शहर के स्कीम नंबर छह में बसे लोगों को संबोधित करते हुए सांसद जनार्दन मिश्रा ने निगम आयुक्त सभाजीत यादव को चेतावनी दी कि शहर के स्कीम नंबर छह के किसी छज्जे में हाथ लगाकर दिखाओ, उस हाथ को ही तोड़ देंगे। सांसद का पूरा भाषण निगम आयुक्त सभाजीत पर केन्द्रित रहा, शहर के रिटायर्ड सैनिकों से कहा कि देश की सीमा पर आप तो पाकिस्तानियों को दफना कर आए हो, यह उनसे अधिक खतरनाक नहीं है। यह भी आरोप लगाया कि आयुक्त कांग्रेस के एजेंट के रूप में कार्यकर रहे हैं, यहां लोगों से रिश्वत मांगी जा रहे हैं और आधी रकम सरकार तक पहुंचाई जा रही है। हर महीने रुपए देने के ठेके पर आयुक्त को भेजा गया है। साथ ही कहा कि यह धार-झाबुआ नहीं रीवा है, यहां पहले भी बड़े-बड़ों को रीवा की धरती ने दफना दिया है। लगातार सांसद शब्दों के तीर छोड़ते रहे और लोगों को आश्वस्त करते रहे कि उनके साथ खड़े हैं, कोई भी जरूरत हो तो सीधे बुलाना।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही नगर निगम के आयुक्त सभाजीत यादव ने पूर्व मंत्री और रीवा के वर्तमान विधायक राजेन्द्र शुक्ला से 4.94 करोड़ रुपए की वसूली के लिए नोटिस जारी किया था। आरोप है कि आइएचएसडीपी योजना के मकान को नि:शुल्क उपलब्ध कराने के लिए आश्वासन देकर 248 मकानों में कब्जा करा दिया है। जिससे निगम को आर्थिक नुकसान पहुंचा है। इसके बाद से रीवा में भाजपा लगातार आयुक्त के विरोध में प्रदर्शन कर रही है।