सुरक्षा के कड़े इंतजामों के संबंध में एक अंतर प्रांतीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। अध्यक्षता चित्रकूट धाम आयुक्त ने की। बैठक में पुलिस उप महानिरीक्षक चित्रकूट धाम और सतना, रीवा, पन्ना, छतरपुर, बांदा, चित्रकूट, महोबा व हमीरपुर के कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक मौजूद थे।
इस अहम बैठक में निर्णय लिया गया कि अंतर राज्यीय सीमा से प्रवेश करने वाले संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों की सघन चेकिंग की जाएगी, ताकि आतंकवादी और असामाजिक तत्वों से बचाव सुनिश्चित किया जा सके। बार्डर पर स्मार्ट बैरियर लगाए जाएंगे और जियो फेंसिंग के माध्यम से निगरानी की जाएगी।
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अंतर प्रांतीय सीमा पर स्मार्ट बैरियर लगाए जाएंगे। इसके जरिए जियो फेंसिंग तकनीकी से निगरानी की जाएगी। इसमें एक इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र बनाया जाकर वहां से गुजरने वालों की निगरानी की जाएगी। इसके जरिए बिना अनुमति किसी का प्रवेश या निकासी रोकी जा सकेगी। हर आने जाने वाले वाहन की सही रिकार्डिंग होगी।
प्रयागराज महाकुंभ के लिए सुरक्षा को लेकर कड़े उपाय किए गए हैं। अन्तर राज्यीय सीमा पर वाहनों और यात्रियों की सतत जांच की जाएगी, जिसमें मेटल डिटेक्टर, एक्स-रे मशीन और अन्य आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल होगा। यह जांच 24 घंटे, सातों दिन जारी रहेगी।
बैरियर पर महाकुंभ मेला और जनपद पुलिस का लोगो होगा। वहां सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। बैरियर के आसपास सुरक्षा घेराबंदी की जाएगी, ताकि बिना चेकिंग के कोई व्यक्ति सीमा पार न कर सके। मेटल डिटेक्टर लगाए जाएंगे और एक्स-रे मशीन से भी निगरानी की जाएगी।
संदिग्ध वाहनों और लोगों की पहचान के लिए जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। लोगों को समझाया जाएगा कि संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की तत्काल सूचना कैसे दी जाएगी। दोनों राज्यों की पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किया जाएगा, जिससे किसी अंतर राज्यीय अपराध या अनाधिकृत प्रवेश को रोका जा सके।
यह निर्णय भी लिए गए
चेकिंग की कार्रवाई एक रजिस्टर में दर्ज की जाएगी।
चेकिंग के दौरान किसी वाहन व व्यक्ति को अनावश्यक न रोका जाए।
चेकिंग के दौरान पुलिस बल द्वारा किसी से दुर्व्यवहार न किया जाए।
प्रमुख स्नानों के एक दिन पहले पुलिस बल की संख्या बढ़ाई जाए।
अन्तर प्रांतीय सीमा के दोनों ओर के अधिकारियों का एक वाट्सएप ग्रुप बनाया जाए।