MP News: मध्यप्रदेश के सतना जिले में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयास को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सतना के स्वास्थ्य मॉडल में न केवल रुचि दिखाई बल्कि स्वस्थ इंडिया के लिए काम करते रहने के लिए प्रेरित किया।
दरअसल, स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर नई दिल्ली में राष्ट्रीय युवा दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था ।इस मौके पर पीएम मोदी ने विकसित भारत यंग इंडिया लीडर्स डायलॉग में देश भर से चिन्हित 10 प्रतिभागियों से संवाद किया और उनके नवाचारों को भी देखा और उनकी खूबियों को जाना।
विकसित भारत यंग इंडिया लीडर्स डायलॉग में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जिन 10 युवा प्रतिभागियों से संवाद किया उनमें मध्य प्रदेश के सतना जिले की मधुरिमा सेवा संस्कार संस्थान की संस्थापिका डॉ स्वप्ना वर्मा भी एक है। डॉ वर्मा प्रधानमंत्री मोदी के बीमारी मुक्त भारत अभियान के संकल्प को पूरा करने के तहत सतना जिले में सतना प्रकल्प को जमीन पर उतार रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने डॉ वर्मा से सतना के स्वास्थ्य मॉडल पर चर्चा की और उनसे यह भी जाना कि वे सतना जिले को बीमारी मुक्त और स्वस्थ बनाने के लिए कितने समय से और किस तरह से काम कर रही हैं। उनके इस अभियान में स्थानीय लोगों की कितनी भागीदारी और हिस्सेदारी है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने डॉ वर्मा से चर्चा के दौरान उनके प्रयासों को सराहा और कहा कि स्वस्थ इंडिया के लिए आप जैसे युवाओं की सक्रियता महत्वपूर्ण है।
पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि युवा जमीन पर उतरकर जनता के साथ जुड़कर भारत को विकसित भारत बनाने के अभियान में लगे हुए हैं। इस अवसर पर प्रदर्शित किए गए वीडियो में बताया गया कि सतना जिले में मधुरिमा सेवा संस्कार संस्थान बीमारी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत सतना प्रकल्प पर काम कर रहा है। इसके तहत घर-घर पहुंचकर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है, पेशेंट का डिजिटल प्रोफाइल बनाया जाता है और परिवार का फैमिली ट्री चार्ट तैयार किया जाता है। इसके अलावा मास हेल्थ स्क्रीनिंग से आगामी समय में होने वाली गंभीर बीमारी और अनुवांशिक बीमारी का पता लगाकर संभावित खतरे को कम किया जाता है।
इसके साथ संस्थान द्वारा नई पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के लिए मधुरिमा संस्कार पाठशाला चलाई जा रही है ।इसमें बच्चों को महापुरुषों की प्रेरणादायक कहानी सुनाई जाती हैं और श्रीमद् भागवत गीता के श्लोक का अध्ययन कराया जाता है। इसके साथ ही समाज के आपसी विवाद और झगड़ों को सुलझाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें 25 हजार परिवारों के विवादों का निपटारा किया गया। इसका मकसद राम राज्य की स्थापना है।
इसके अलावा चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार किया गया है जिसमे मेडिकल टेक्स्ट एजुकेशन को एआई के माध्यम से एडवांस स्टीरियोस्कोपिक थ्री डी मेडिकल लर्निंग एजुकेशन में बदला गया है। इसके जरिए अब चिकित्सा शिक्षा के संपूर्ण पाठ्यक्रम को सिर्फ पढ़ा और सुना ही नहीं जा सकता बल्कि इसे ऑडियो विजुअली देख व सुन भी सकते हैं।
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