विंध्य में धार्मिक पर्यटन को बढावा दिया जा सकता है। हिन्दू धर्म सस्कृति के प्रचीन मठ मंदिर सतना व रीवा में हैं। तो बौध अनुयायिओं के लिए भी भरहुत व देवकोठार जैसे स्थान है। लिहाजा चित्रकूट, मैहर, सरभंग आश्रम, गिद्धकूट आदि क्षेत्र को हिन्दू पर्यटन के अनुसार विकसित किया जाना चाहिए। वहीं बौध सर्किट का काम को तेजी से आगे बढ़ाने की जरूरत है।
सतना ऐसी जगह है, जहां हर बड़े शहर से कनेक्टिवीटी है। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता व मद्रास जैसे महानगरों के अलावा इंदौर, भोपाल व नागपुर जैसे शहरों से कनेक्टिवीटी है। पर्यटन बनारस, इलाहाबाद व जबलपुर आते हैं, तो वे पर्यटक सतना जरूर आएंगे, इसके लिए जरूरी है कि पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाए।
मैहर व चित्रकूट, पन्ना जैसे स्थान को पहचान की जरूरत नहीं है। इन्हे पूरे भारत में लोग जानते हैं। इनके पर्यटन स्थलों के पहुंच मार्ग की जानकारी, ठहरने की व्यवस्था, महत्व का प्रचार प्रचार होना चाहिए। वहीं सतना पहुंचने वाले पर्यटकों को सही जानकारी मिल सके, ऐसी सुविधा करनी होगी।