रिहाई प्रक्रिया और विशेष आयोजन
गणतंत्र दिवस के मौके पर सतना सेंट्रल जेल में रिहाई का आयोजन किया गया। जेल अधीक्षक लीना कोष्टा ने बताया कि बंदियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने और अपराध से दूर रहने की प्रेरणा दी गई। उन्होंने कहा कि यह कदम उनके पुनर्वास और सामान्य जीवन की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है। गणतंत्र दिवस का जश्न छोड़,12 किलोमीटर पैदल चलकर कलेक्ट्रेट पहुंचे छात्र, जानें पूरा मामला रिहा होने वाले बंदियों के नाम
रिहाई पाने वाले 13 बंदियों में सतना, पन्ना, छतरपुर और उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के बंदी शामिल हैं। इनमें सतना जिले से शिवेन्द्र द्विवेदी और संतोष विश्वकर्मा, पन्ना जिले से शिवरतन चौधरी और उमाशंकर गुप्ता, छतरपुर जिले से चिंगू अहिरवार, मनोज अहिरवार, राजेश अहिरवार, भरोसा अहिरवार, मईयादीन अहिरवार, मुन्नी यादव, देशराज यादव और दयाराम पटेल तथा महोबा जिले से पप्पू कोरी शामिल हैं।
रिहाई के समय बंदियों ने जेल प्रशासन को आश्वस्त किया कि वे अब अपने जीवन को सही दिशा में ले जाएंगे। उन्होंने भावुकता के साथ अपने बीते समय को याद किया और अपने भविष्य को बेहतर बनाने का संकल्प लिया। इस मौके पर जेल अधीक्षक कोष्टा के आलावा उप अधीक्षक श्रीकांत त्रिपाठी, सोनबीर सिंह कुशवाह और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति रही।