दरअसल वैष्णो देवी स्व सहायता समूह बंडी ने धान जमा करने के लिए TC No.- 78, 79 और 80 के जरिये शिव वेयरहाउस कतकोन नागौद में ट्रक भेजा गया, जिसमें गीली रेत मिट्टी और पानी डालकर भेज दिया गया। नागौद के शिवराजपुर उपार्जन केन्द्र से शिव वेयरहाउस नागौद में जमा होने पहुंची धान की बोरियों को परखी से चेक करने पर पोल खुल गई। बताया जा रहा है कि, शिवराजपुर में वैष्णो स्व सहायता के द्वारा धान खरीदी की जा रही है। बंडी का ये समूह ठेके पर संचालित किया जा रहा है। समूह और ठेकेदारों के द्वारा किसानों से शुद्ध धान लेने के बाद अपने खातों में दर्ज करा ली गई। लेकिन, अब घाटा पूरा करने के नाम पर बोरियों में धान के साथ साथ रेत और मिट्टी मिलाकर भंडारण कराने की कोशिश की जा रही है।
यह भी पढ़ें- भाजपा नेता और पूर्व सरपंच गिरफ्तार, मंदिर की संपत्ति में कर रहे थे धोखाधड़ी
शुरु हुई मामले की जांच
खरीदी केन्द्र वैष्णो स्व सहायता समूह बंडी खरीदी कोड-59012138 है, जिसकी अध्यक्ष सुषमा लोनिया हैं और सचिव सोना बाई दहायत हैं। जो कि, मौजूदा समय में ग्राम पंचायत बंडी की सरपंच भी हैं। इनके नाम पर योगेश पांडेय और त्रिभुवन पांडेय बंडी ने खरीदी की है। पिलहाल, इस मामले की जांच शुरु कर दी गई है।