वायरल वीडियो के कमेंट्स के साथ छात्राएं प्राचार्य के पास पहुंचीं। छात्राओं ने संबंधित छात्रा की शिकायत तो की ही साथ ही हंगामा कर दिया। काफी देर तक यहां शोरगुल की स्थिति बनी रही। बाद में प्राचार्य की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। प्राचार्य ने कहा कि इसीलिए कॉलेज परिसर में मोबाइल के उपयोग पर सीमित प्रतिबंध लगाया गया है।
संबंधित विवादित वीडियो को सोशल मीडिया से हटाने के लिए प्राचार्य ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है। माना जा रहा कि अगले दिन तक यह वीडियो हट जाएगा। वैसे महाविद्यालय की छात्राओं का कहना है कि विवाद बढ़ता देख कई लोगों ने अपने से वीडियो और कमेंट हटा लिए हैं।
इसके बाद वीडियो अपलोड करने वाली छात्रा को तलब किया गया। उससे पूरी जानकारी ली गई। फिर उनके पिता को बुलाया गया। पिता के पहुंचने पर छात्रा और उनके पिता से लिखित में लिया गया। साथ ही छात्राओं की शिकायत और कॉलेज की छवि बिगडऩे को लेकर संबंधित छात्रा को १५ दिन के लिए निलंबित किया गया।
– किसी भी व्यक्ति का वीडियो बिना उसकी अनुमति के बनाना और उसे सोशल मीडिया पर डालना गलत है
– ऐसा कोई फोटोग्राफ शोसल मीडिया पर न डालें जिसे तोड़-मरोड़ कर दूसरा परिदृश्य पैदा किया जा सके
– आपसी बात या हंसी-ठिठोली को सोशल मीडिया पर न डालें।
– गल्र्स कालेज परिसर की गतिविधियों को सोशल मीडिया पर बिना प्रबंधन की अनुमति के न डालें।
– बिना किसी की जानकारी के लिया गया वीडियो या फोटो न डालें।
– ऐसा कोई मामला जो विवाद का रूप ले सकता है या जिसके प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकते हैं उन्हें सोशल मीडिया से दूर रखें।
– द्विअर्थी फोटो या वीडियो को सोशल मीडिया मे न डालें।