सतना

आईटीआई कर बनें मकैनिक, आसानी से मिल जाएगा रोजगार, ये 13 ट्रेड कर देंगे कमाल

– तकनीकी क्षेत्र में संवारें कॅरियर, मिलेंगे रोजगार के पर्याप्त अवसर- सतना आईटीआई कॉलेज के एससीवीटी कोर्सों को एनसीवीटी से मिली मान्यता- इन 13 ट्रेडों में रोजगार की अपार संभावनाएं- बेरोजगारी के दौर में बीटेक-बीई के छात्र कर रहे आईटीआई – 436 सीटों के लिए हुए पंजीयन

सतनाJul 22, 2019 / 04:59 pm

suresh mishra

Satna Government ITI Story: ITI college list in satna madhya pradesh

सतना। 10वीं-12वीं की पढ़ाई कम्प्लीट कर अगर आप आईटीआई करने की सोच रहे है तो आपका निर्णय बिल्कुल सही है। क्योंकि इन दिनों तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में कॅरियर संवारने के बाद रोजगार की महत्वपूर्ण आवश्यकता होती है। जो कि अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा आईटीआई में आसानी से मिल जाती है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि सतना आईटीआई कॉलेज में वर्षों पहले तक एससीवीटी कोर्स संचालित होते थे। लेकिन अब कुछ सालों से एनसीवीटी से मान्यता प्राप्त 13 कोर्स चल रहे है।
इन कोर्सों की ये खासियत है कि इनकी बैल्यू प्रदेश सहित देश-विदेश में भी होती है। इसीलिए बेरोजगारी के दौर में बीटेक-बीई के छात्र भी इन दिनों आईटीआई कर रहे है। छोटी कंपनियां भी आईटीआई कम्प्लीट होते ही छात्रों को आसानी से प्लेसमेंट दे देती है। 2017-18 बैच के 140 छात्रों का वर्ष 2019 में प्लेसमेंंट हो चुका है। 436 सीटों वाली जिले की अग्रणी आईटीआई कॉलेज में एडमिशन के लिए 80 से 90 प्रतिशत अंक लाने वाले छात्र एड़ी चोंटी का दांव लगा देते है।
कोर्स बार सीट
आईटीआई कॉलेज में फिटर के लिए 20 सीट, टर्नर के लिए 20 सीट, मशीनिष्ट के लिए 20 सीट, इलेक्ट्रिशियन के लिए 40 सीट, बेल्डर के लिए 40 सीट, कारपेंटर के लिए 48 सीट, ट्रैक्टर मकैनिक के लिए 40 सीट, डीजल मकैनिक 48 सीट, कोपा के लिए 48 सीट, कम्प्यूटर हार्डवेयर एण्ड नेटवर्किंग के लिए 48 सीट, इलेक्ट्रनिक मकैनिक के लिए 24 सीट, हाडवेयर कम्प्यूटर के लिए 40 सीट, फैशन टेक्नालाजी 40 सीट निर्धारित की गई है।
25 जून और 16 जुलाई के बीच हो चुके है पंजीयन
आईटीआई प्राचार्य ने बताया कि 25 जून से ऑनलाइन पंजीयन की प्रक्रिया चालू होकर 16 जुलाई को खत्म हो चुकी है। जुलाई के लास्ट और अगस्त की शुरुआत तक बच्चों के एडमिशन की प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी। सतना जिले में अग्रणी शासकीय आईटीआई के अलावा उचेहरा, मैहर, अमरपाटन, न्यू रामनगर, बिरसिंहपुर और बरौंधा में संचालित हो रही है। ओवर हाल सतना जिले में सात सरकारी आईटीआई और आठ निजी आईटीआई संचालित हो रही है।
रोजगार की पढ़ाई, चलो आईटीआई
प्रार्थना के समय ब्लैक बोर्ड में लिखी ये चंद लाइन ‘रोजगार की पढ़ाई, चलो आईटीआई’ बच्चों के लिए नजीर बनी हुई है। कॉलेज में दाखिला लेते ही बच्चे सकारात्मक ऊर्जा के साथ आईटीआई करते है। ये कोर्स करते-करते बच्चे स्वयं रोजगार के लिए सजग हो जाते है। जैसे ही रिजल्ट और डिग्री आती है। वह अपने-अपने क्षेत्र की ओर चले जाते है।
कम पैसे में तकनीकी शिक्षा
सरकार द्वारा कम पैसे में आईटीआई के रूप में तकनीकी शिक्षा दी जा रही है। यहां सभी कोर्सों में लगभग 35 सौ रुपए के आसपास फीस लगती है। वहीं एससी-एसटी, अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों सहित आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के 10 प्रतिशत लोगों को छात्रवृति देने का प्रावधान है। आईटीआई दो बैचों में संचालित होती है। पहला बैच सुबह 7.30 बजे से शाम 3.30 बजे तक चलता है। जबकि दूसरा बैच सुबह 8.30 से शुरू होकर शाम 5 बजे तक संचालित होता है। आईटीआई कैम्पस के अंदर प्रेट्रिकल के लिए पर्याप्त संसाधन है। कोर्स बार मशीनों को खुद छात्र चलाते है। प्रेट्रिकल कक्ष के अंदर भी कई कक्षाएं चलती है।
मध्यमवर्गी और गरीब छात्रों के लिए आईटीआई एक अच्छा कोर्स है। 10वीं की पढ़ाई कम्प्लीट करते ही आईटीआई कॉलेज में एक और दो वर्षीय डिक्लोमा करें। होनहार छात्र पढ़ाई पूरी करते ही रोजगार से जुड़कर अपने माता-पिता का सहारा बन जाते है। सतना आईटीआई कॉलेज में 13 कोर्स संचालित है। ये सभी कोर्स एनसीवीटी से मान्यता प्राप्त है।
पीएस बेलवंसी, प्राचार्य आईटीआई कॉलेज

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