मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के मातहत काम करने वाले कॉलेज ऑफ फिजिशियन एंड सर्जन मुंबई (सीपीएस) ने जिला अस्पताल सतना को पीडियाट्रिक विषय में पीजी डिप्लोमा कोर्स चलाने के लिए उपयुक्त पाया है। इसके आधार पर जल्द ही सीपीएस की टीम यहां का निरीक्षण कर कोर्स संचालित करने के लिए अनुबंध करेगी। डिप्लोमा लेने वाले डॉक्टरों को यहीं से सर्टिफिकेट भी जारी किया जाएगा। सर्टिफिकेट को प्राप्त करने के बाद संबंधित चिकित्सक विशेषज्ञ चिकित्सकों की श्रेणी में आ जाएंगे।
सिविल सर्जन डॉ एसबी सिंह ने बताया, अस्पताल में अनुभवी डाक्टरों की टीम है। शासन से स्वीकृति मिलने के बाद सीपीएस से यहां पीजी डिप्लोमा कोर्स संचालित करने की अनुमति चाही थी, तय मानक के अनुसार सेटअप रिपोर्ट भी भेजी गई थी। इस आधार पर सीपीएस ने जिला अस्पताल को पीजी डिप्लोमा कोर्स संचालित करने की सहमति दे दी है। इस संबंध में फार्म भर कर अग्रिम प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है। अनुबंध होने के बाद जिला अस्पताल पीडियाट्रिक्स में पीजी डिप्लोमा देने वाला प्रदेश का पहला अस्पताल होगा। प्रदेश में इस तरह के पांच अन्य जिला अस्पतालों का भी चयन किया गया है लेकिन वहां अलग विषयों के पीजी डिप्लोमा के कोर्स संचालित होंगे। गायनिक और एनेस्थिसिया के कोर्स शामिल होंगे।
एनक्यूएएस बना मॉडल
हाल ही में जिला अस्पताल में नेशनल क्वॉलिटी एंश्योरेंस सर्टिफिकेशन के लिए किए गए निरीक्षण के बाद जिला अस्पाताल प्रदेश के अन्य जिला अस्पतालों के लिए रोल मॉडल बन गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने अब १७ जिलों के अस्पतालों को चिह्नित किया है जहां एनक्यूएएस के लिए अप्लाई किया जाएगा। इस संबंध में विगत सप्ताह ऐसे सभी अस्पतालों के सिविल सर्जनों की बैठक राजधानी में आयोजित की गई थी। इसमें सतना सिविल सर्जन भी शामिल हुए थे।
हाल ही में जिला अस्पताल में नेशनल क्वॉलिटी एंश्योरेंस सर्टिफिकेशन के लिए किए गए निरीक्षण के बाद जिला अस्पाताल प्रदेश के अन्य जिला अस्पतालों के लिए रोल मॉडल बन गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने अब १७ जिलों के अस्पतालों को चिह्नित किया है जहां एनक्यूएएस के लिए अप्लाई किया जाएगा। इस संबंध में विगत सप्ताह ऐसे सभी अस्पतालों के सिविल सर्जनों की बैठक राजधानी में आयोजित की गई थी। इसमें सतना सिविल सर्जन भी शामिल हुए थे।
इधर, जिला अस्पताल को शुरू हुए उपकरण मिलने : विगत माह कलेक्टर द्वारा जिला अस्पताल के निरीक्षण के परिणाम सामने आने शुरू हो चुके हैं। अब तक कई उपकरण जिला अस्पताल को मिल चुके हैं। इनमें टीवी और कूलर शामिल हैं तो एक रोटी बनाने वाली मशीन भी जिला अस्पताल को मिल चुकी है। इसी चरण में अब केनरा बैंक द्वारा अगले दिन जिला अस्पताल को वाटर कू लर दिया जाना तय हो चुका है।