कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को बताया कि इस कार्यक्रम में 50 हजार के लगभग लोगों को लाना है। प्रत्येक ग्राम पंचायत से 100 लोगों को लाने की जिम्मेदारी सचिव और ग्राम रोजगार सहायक को दी गई है। इनके द्वारा असंगठित क्षेत्र के पंजीकृत श्रमिक, जिन्हें पट्टा वितरित होना है और तेंदूपत्ता मजदूरों को लाने का लक्ष्य दिया गया।
कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट ताकीद की है कि सीएम के कार्यक्रम के पहले प्रत्येक हितग्राही को उनके खाते में सूखा राहत की राशि का भुगतान हो जाना चाहिए। दौरे में सूखा राहत को लेकर कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए। इसी तरह से गेहूं उपार्जन को लेकर समिति के प्रतिनिधियों को भी चेताया कि किसानों को उनकी बेची गई फसल का पूरा भुगतान समय पर हो जाना चाहिए।
बैठक में मंडला में 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए सतना से लोगों को भेजे जाने की जानकारी दी गई। आरटीओ द्वारा बताया गया कि वे 300 बसों की ही व्यवस्था मंडला के लिए कर सकते हैं क्योंकि शादी ब्याह के लिये ज्यादातर बसों की बुकिंग हो चुकी है। इनमें से 100 बसें स्कूलों की होंगी तथा 200 बसें रूट की प्राइवेट बसें होंगी। इन बसों का डीजल और किराया शासन द्वारा दिया जाएगा।
एक बस में 40 से 50 लोग ले जाएंगे। 23 की शाम बसे मंडला के लिए बाया उमरिया डिंडोरी रूट से जाएंगी। 24 को कार्यक्रम में शामिल होने के बाद 25 को यहां पहुंचेंगी। इस कार्यक्रम में ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों अर्थात पंच सरपंच को ले जाया जाएगा। इनके लिये प्रति व्यक्ति के मान से भोजन व्यवस्था के लिये 200 रुपये दिए जाएंगे। इस राशि को सचिवों द्वारा काफी कम माना जा रहा है।