scriptअतिक्रमण ने सतना से छीना बड़ा विमानतल | Encroachment took away the big airport from Satna | Patrika News
सतना

अतिक्रमण ने सतना से छीना बड़ा विमानतल

अभी छोटे हवाईअड्डे पर ही करना होगा संतोष
प्रशासन ने नहीं दिखाई अतिक्रमण हटाने में रुचि

सतनाFeb 06, 2024 / 11:39 am

Ramashankar Sharma

airport2.jpg
सतना। शहर को मिलने वाली एक बड़ी सौगात फिर हाथ से निकल गई है। शहर को बड़े विमानतल की सौगात मिलने वाली थी लेकिन अब यह इसलिए नहीं मिल सकेगी क्योंकि सतना के जिम्मेदार हवाई अड्डे की जमीन से अतिक्रमण नहीं हटा सके। यह खुलासा विमानपत्तन निदेशक रामजी अवस्थी के उस पत्र से हुआ है जो उन्होंने कलेक्टर को लिखा है। साथ ही यह भी याद दिलाया है कि नवंबर 2023 में जिला प्रशासन को अतिक्रमण हटाने के लिए लिखा गया था लेकिन ऐसा नहीं हो सका। आज की स्थिति में सतना हवाई अड्डे की 451 एकड़ जमीन का ज्यादातर हिस्सा अतिक्रमण की चपेट में है। वहीं रीवा जिले में नया हवाई अड्डा अपनी पूर्णता की ओर है क्योंकि रीवा में अतिक्रमण सहित अन्य बाधाओं पर ठोस निर्णय लिया जाकर कार्य स्थल के लिए पूरी जगह उपलब्ध काम शुरू होने से पहले ही उपलब्ध करा दी गई है।
अधिकारियों का उदासीन रवैया पड़ा भारी

सतना के विकास में सबसे बड़ी बाधा यहां की शासकीय जमीनों के अवैध कब्जे पर अधिकारियों का उदासीन रवैया प्रमुख रहा है। अब इसका सबूत भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने भी दे दिया है। सतना शहर में पूर्ण विकसित विमानतल तैयार किया जाना था लेकिन हवाई अड्डे की जमीन पर अतिक्रमण के कारण अब ऐसा नहीं हो रहा है। प्राधिकरण को अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पाने और अतिक्रमण के कारण जमीन नहीं मिल पाने के कारण अब कम क्षमता का विमानतल ही विकसित किया जा रहा है। पूर्ण क्षमता का विमानतल अब तभी बन सकेगा जब भविष्य में अतिक्रमण हटाया जा सकेगा।
airport3.jpg
भोपाल के दल ने किया खुलासा

सतना हवाई अड्डे के विकास और विस्तार का निर्णय भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने लिया था। इसके लिए अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ पूर्ण क्षमता का विमानतल तैयार करने भोपाल विमानतल में पदस्थ अधिकारियों के दल ने सतना हवाई अड्डे के रन-वे, बेसिक स्टि्रप एवं हवाई अड्डे की आसपास की बाधाओं (पेड़, भवन, खंभे, प्राकृतिक बाधाएं आदि) व अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण किया। विमान पत्तन निदेशक राज भोज विमानतल के विमानपत्तन निदेशक रामजी अवस्थी के अनुसार निरीक्षण में पाया गया कि सतना विमान तल की लगभग 451 एकड़ भूमि (जो कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के नाम पर दर्ज है) जिसके काफी हिस्सों में अतिक्रमण मौजूद है। इतना ही नहीं वर्तमान में जिस क्षेत्र में कार्य किया जाना है वहां पर भी झुग्गियां मौजूद हैं। अतिक्रमणग्रस्त व व्याधित होने के कारण अभी कम क्षमता का विमानतल विकसित किया जा रहा है।
वर्तमान कार्य में भी बाधक झुग्गियां

विमानपत्तन निदेशक ने कलेक्टर से कहा है कि सतना हवाई अड्डे के सुगम प्रचालन एवं प्रचालन संबंधी सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए हवाई अड्डे की भूमि से अतिक्रमण हटाया जाना अति आवश्यक है। जिससे की हवाई अड्डे के विकास संबंधी कार्य तीव्रता से किए जा सकें और समय पर पूर्ण किया जा सके।
सीमांकन कराने की मांग

प्राधिकरण ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की भूमि का सीमांकन कराकर इस भूमि का अतिक्रमण हटाने कहा है। साथ ही वर्तमान में जिस क्षेत्र में काम किया जाना है वहां की झुग्गियों को त्वरित कार्यवाही कर हटवाने कलेक्टर से से मांग की गई है।
भाजपा के शासन में यही हो रहा है: सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा का इस मामले में कहना है कि कांग्रेस की सरकार के समय हमने बाउण्ड्री का काम प्रारंभ करवाया था। लेकिन तब तक सरकार बदल गई। उसके बाद ठेकेदार जगह रिक्त कराने पटवारी और तहसीलदार के चक्कर लगाता रहा। लेकिन पूरी जमीन नहीं मिल सकी। आधा अधूरा काम करवा कर काम बंद करवा दिया गया। अगर शहर को पूर्ण विकसित विमानतल की सौगात मिल रही है तो इसके लिए प्रशासन को अतिक्रमण हटाना चाहिए। लेकिन अतिक्रमण हटाने के बाद काम भी प्रारंभ करना चाहिए। लेकिन लगता नहीं है कि ऐसा हो पाएगा क्योंकि भाजपा के नेता ऐसा नहीं चाहेंगे। क्योंकि उन्ही के लोगों द्वारा अतिक्रमण कराया गया है।
हमारा प्रयास पूर्ण विकसित हवाई अड्डाः सतना सांसद गणेश सिंह का कहना है कि पूर्ण विकसित विमानतल के लिए हमने ही प्रयास किया है। मेरे द्वारा केन्द्र में उड्डयन मंत्रालय से बात की गई। उसके बाद कई बार इस संबंध में मांग पत्र दिया गया। सदन में मामला उठाया गया। राज्य सरकार में भी मामला समन्वय के लिए ले जाया गया। अगर अतिक्रमण इस काम में बाधक है तो प्रशासन को अपना काम करना चाहिए। हम यहां पूर्ण विकसित विमानतल के लिए संकल्पित हैं। अभी भी 19 सीटर विमानों के लिये हवाई पट्टी का काम चल रहा है जिसके लिए लगातार हम प्रयास करते रहे हैं। जो भी बाधा है वे हटवाई जाएंगी।
सीमांकन करवाएंगेः कलेक्टर अनुराग वर्मा का कहना है कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के द्वारा दिए गए पत्र के आधार पर पूर्व में अतिक्रामकों की सूची तैयार की गई थी। लेकिन उसके बाद प्राधिकरण ही आगे नहीं आया। जहां तक 450 एकड़ की जमीन की बात है तो जल्द ही इसका सीमांकन करवा कर प्राधिकरण की जमीन चिन्हित की जाएगी। इसके बाद आगे की प्रक्रिया प्रारंभ होगी।

Hindi News / Satna / अतिक्रमण ने सतना से छीना बड़ा विमानतल

ट्रेंडिंग वीडियो