वंदना के पति कृष्ण कुमार ने सिटी कोतवाली थाना में मंगलवार को बयान दर्ज कराए। कहा, घटना के दूसरे दिन ८ अप्रेल को मामले की शिकायत सिविल सर्जन डॉ एसबी सिंह के पास दर्ज कराने गए थे। लेकिन वे कलेक्ट्रेट मीटिंग में गए हुआ थे। जिसकी वजह से अस्पताल प्रशासक इकबाल सिंह को लिखित शिकायत दर्ज कराई गई। लेकिन किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। उल्टे सीएस कक्ष में मौजूद चिकित्सक झूठ बोलने का आरोप लगा रहे थे। जबकि गर्भवती की आंख में चोट लगने से खून जम गया था और सूजन थी। पति ने बेहोशी के चिकित्सक डॉ केएल सूर्यवंशी के खिलाफ अपराध दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की।
पति के बाद पीडि़ता के भी बयान दर्ज किए जाएंगे। इसके बाद पीडि़ता का चिकित्सीय परीक्षण कराया जाएगा। लेकिन परिजन जिला अस्पताल के चिकित्सकों से परीक्षण कराने को तैयार नहीं हैं। उनका आरोप है कि जिला अस्पताल के चिकित्सक पक्षपात कर सकते हैं।
संभागीय स्वास्थ्य संचालक डॉ एसके सालम द्वारा गठित दो सदस्यीय जांच टीम द्वारा मामले की जांच पूरी कर ली गई है। टीम के सदस्य 24 अपे्रल को जांच प्रतिवेदन संभागायुक्त रीवा अशोक भार्गव को सौंप सकते हैं।