पुलिस अधीक्षक ने एसडीओपी मैहर और टीआई थाना मैहर को चित्रकूट मेला ड्यूटी से अलग रखा है। मैहर थाना का बल भी इस बार नहीं लगाया गया। पुलिस का मानना है कि चित्रकूट के कई दर्शनार्थी मैहर दर्शन को भी जाते हैं।
चित्रकूट मेला में छह घुड़सवार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। जो यातायात व्यवस्था पर नजर रखेंगे। कामदगिरी परिक्रमा, मुखारबिंद और मप्र की सीमा के घाट के आसपास ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखा रखा गया है। साथ ही सीमाई रास्तों पर वाहनों की सघन जांच कराई जा रही है।
दस्यु उन्मूलन अभियान में काम करने वाले पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने मुखबिरों से संपर्क बनाए रखें। किसी भी सूचना पर तत्काल कार्रवाई करें। मझगवां से चित्रकूट के रास्ते में कनवाई लगाई गई हैं। यहां पुलिस बल यात्री वाहनों को सुरक्षित माहौल देते हुए पहरा लगाए है।
बता दें कि, हर वर्ष चित्रकूट में पंचदिवसीय मेले में दीपदान करने के लिए देशभर से 40 लाख से ऊपर श्रद्धालु पहुंचते है। ये भक्त सबसे पहले मंदाकिनी नदी स्थित रामघाट में स्नान करने के बाद दीपदान करते है। इसके बाद भगवान कामतानाथ के दर्शन उपरांत कामदगिरी पर्वत की परिक्रमा करते है।