रीवा स्टेशन पर टिकट परीक्षक के पद पर पदस्थ नित्यानंद प्रसाद ने आरोप लगाए कि वह बुधवार को 51702 जबलपुर-रीवा पैसेंजर ट्रेन में तैनात था। बकौल नित्यानंद, ट्रेन के सतना पहुंचने पर जीआरपी में पदस्थ गौरव उसके पास पहुंचा। बोला साहब के लड़के को जबलपुर तक जाना है। एसी क्लास में लेते जाओ। एसी में ले जाने के लिए रसीद बनवाने की बात पर जीआरपी चौकी प्रभारी संतोष तिवारी ने मारपीट की और अचानक धक्का दे दिया, जिससे मैं घायल हो गया। इसके बाद सभी उसका मेडिकल परीक्षण कराने जिला अस्पताल लेकर गए। यहां पर ब्लड का सैंपल लिया गया। इसके बाद तीन घंटे तक चौकी में बैठाए रखा और मोबाइल भी छीन लिया।
मारपीट की सूचना मिलते ही सतना डिपो के टीटी लामबंद हो गए। सभी चौकी प्रभारी सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करने मांग करने लगे। लेकिन जीआरपी और आरपीएफ स्टाफ ने शिकायत लेने से ही इंकार कर दिया। इसके बाद सीएनडब्लयू के पदाधिकारियों ने डीआरएम, रेल एसपी को मामले की जानकारी दी, तब एसपी के हस्तक्षेप के बाद जीआरपी टीटी की शिकायत रिसीव किया।
जबलपुर में टिकट चेकिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने एसआई के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। एसोसिएशन के कई पदाधिकारी सतना रवाना हो गए हैं। एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप सिंह ने बताया कि गुरुवार को एसपी रेल सुनील जैन से मुलाकात कर मामले की जांच और एसआई पर कार्रवाई की मांग की जाएगी। यदि एएसआई पर कार्रवाई नहीं होती है, तो एसोसिएशन उग्र आंदोलन करेगा।
स्टेशन प्रबंधन की पुस्तिका में शिकायत दर्ज कराने के बाद टीटी नित्यानंद का मेडिकल परीक्षण कराया गया। चिकित्सक ने ब्रीथ एनालाइजर से जांच कर पता लगाया कि टीटी ने शराब पी रखी थी या नहीं। लेकिन रिपोर्ट में शराब पीना नहीं पाया गया।
संबंधित टीटी झूठ बोल रहा है। मेरा बेटा जबलपुर नहीं जा रहा था। किसी यात्री से टीटी का विवाद हुआ था। इसी दौरान झड़प हुई है। जीआरपी ने पहुंच कर बीच बचाव किया, टीटी को भीड़ से बचा कर चौकी लाई है। यूनियन के दबाव में टीटी जबरन आरोप लगा रहा है। यात्री की शिकायत टीटी के खिलाफ मिली है, जांच में लिया है।
संतोष तिवारी, एसआई जीआरपी सतना
टीटी व एक व्यक्ति के बीच मारपीट हो गई थी। मामले की शिकायत पर सतना जीआरपी के एसआई मौके पर पहुंचे थे। टीटी को वे थाने ले गए इस बात की जानकारी मुझे सीनियर डीसीएम द्वारा दी गई। इसके तत्काल बाद टीटी को छुड़ाया गया। विवाद के संबंध में कोई भी जानकारी नहीं है।
सुनील जैन, एसपी रेल