यह बात शहीद शंकर प्रसाद पटेल को श्रद्धांजलि देने आए एंटी टेररिस्ट फ्रंट अध्यक्ष मनिंदर जीत सिंह बिट्टा ने पत्रिका से खास बातचीत में कही। बिट्टा ने कहा कि जो जवान शहीद हुआ है उनके परिवार से मिलने और हमदर्दी करने आया हूं। मध्यप्रदेश सरकार का धन्यवाद देने आया हूं, जिन्होंने शहीद जवान के परिवार को एक करोड़ की सहायता राशि, परिवार के एक सदस्य को नौकरी का ऐलान किया है।
धीरे-धीरे जाएंगे कश्मीरी पंडित
बिट्टा ने कहा कि धारा 370 हटने के बाद कश्मीर में अमन चैन की स्थिति है। कश्मीरी पंडितों के पुनर्स्थापन से अभी सहमत नहीं हूं। सुरक्षा का मुद्दा है। बार-बार गोली चलना, बंद होने में थोड़ा समय लगेगा। अभी आतंकवादियों की नजर रहेगी। धीरे-धीरे कश्मीरी पंडित जाएंगे। कुल मिलाकर 2-3 साल पूरी तरह से कंट्रोल करने में लगेंगे।
दुश्मन को मारने के लिए पूछा नहीं पड़ता
राष्ट्र को लेकर हर किसी को खड़ा होना चाहिए। देश को राजनीति से राष्ट्रनीति पर ले जाना चाहिए। कांग्रेसियों को कमलनाथ सहित अन्य नेताओं की नारेबाजी के स्थान पर वंदेमातरण की ओर जाना होगा। आतंकवादी घटनाओं पर कैसे रोक लगे, इस सवाल पर कहा कि अब हम बिल्कुल शांति में जीते हैं। हमारी सुरक्षा एजंसियों को खुली छूट है।
गोली चलाने के लिए अब नहीं पूछना पड़ता
कहीं से एक गोली चलती है तो यहां से 100 गोलियां चलती हैं। हमारे जवानों को दिल्ली से पूछना नहीं पड़ता, छह-सात साल पहले दिल्ली से पूछना पड़ता था कि गोलियां चली हैं, जवान शहीद हुए हैं हम जवाब दें या नहीं। पीएम नरेंद्र मोदी ने ऐसी चीजों को करके दिखाया है, इतिहास बनाया है, जिनके हम हमेशा गीत गाते रहेंगे।
बिट्टा ने कहा कि पाकिस्तान की तरह से हमेशा हमले की कोशिश रहेगी। पंजाब में भी हमले हो रहे हैं। अब तक कई पार्टियां आतंकवादियों को बचाने में लगी हैं। एंटी टेररिज्म मिलिट्री कोर्ट बने और 6 माह या एक साल में फैसला हो।