नगर पंचायत के सीएमओ ने आश्रम के साधु-संतों एवं दुकानदारों के साथ बैठक कर इस पवित्र स्थान को स्वच्छ रखने वृहद कार्य योजना तैयार की। आश्रम में सड़क किनारे पूजा सामग्री की दुकान लगाने वाले व्यापारियों को दुकानों में डस्टबिन रखने के निर्देश दिए। आश्रम प्रबंधन ने पूरे आश्रम परिसर एवं नदी के घटों में डस्टबिन रखने और पवत्रि स्थल को स्वच्छ रखने में पूरा सहयोग देने की बात कहीं। आश्रम से कचरे के निष्पादन के लिए प्रतिदिन सुबह ९ बजे कचरा वाहन सती अनुसुइया आश्रम पहुंचेगा।
कचरा मुक्त होगा आश्रम
कचरा मुक्त होगा आश्रम
दुकानदार एवं साधु-संतों ने नगर पंचायत की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि आश्रम माता सती अनुसुइया की तपोभूमि है। इसे स्वच्छ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।