आज की शिक्षा हमें अपनी संस्कृति से दूर ले जा रही है : गुलाब कोठारी
कानपुर. आज की शिक्षा का सबसे बड़ा अभिशाप यह है कि यह हमारे बच्चों को अपने समाज, अपनी संस्कृति और अपनी मिट्टी से दूर ले जा रही है। आज की शिक्षा सिर्फ पैसे कमाने तक सीमित रह गई है। यह बातें पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी ने शनिवार को कानपुर में कहीं। कोठारी, कानपुर में संवाद सेतु कार्यक्रम में शहर के प्रबुद्धजनों से चर्चा कर रहे थे।
नई पीढ़ी को कैसे दोबारा हम अपनी संस्कृति और अपनी मिट्टी से जोड़ें इस पर चर्चा करते हुए गुलाब कोठारी ने कहा कि हमें समझना होगा कि नई पीढ़ी को हम कैसे तैयार कर रहे हैं और हम उसके लिए क्या छोड़कर जा रहे हैं। हमे आने वाली पीढ़ी को अपने परिवार और समाज से जोड़ना होगा जिसकी शुरुआत हमे अपने घर से ही करनी होगी।
“हम जनता की आवाज बनकर खड़े हैं” गुलाब कोठारी ने कहा कि हम जनता की आवाज बनकर सरकार के सामने खड़े हैं। उन्होंने कहा कि समाचारों में अब पहले जैसी उत्सुकता नहीं रही है। पत्रिका समूह, सरकार और जनता के बीच सेतु का काम करती है और सेतु ही बनकर रहना चाहती है। हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि हमें तटस्थ भी रहना है, सरकार से संघर्ष भी करना है और जनता के मुद्दों के साथ खड़े भी रहना है।