इस बार कोरोना और लॉकडाउन ( ने लाेगाें की मेंटल हेल्थ ( Mental Health ) काे काफी प्रभावित किया है। कोरोना वायरस के चलते 23 मार्च काे पूरे देश में लॉकडाउन ( lockdown ) में लग गया था। ऐसे में लाेगाें के राेजगार बंद हाे गए और उन्हे घर में रहना पड़ा। इसका सीधा असर लाेगाें की मेंटल हेल्थ पर पड़ा है। विश्व मानसिकता दिवस पर जिला अस्पताल में एक जागरूकता शिविर का आयाेजन किया गया। यहां लाेगाें की काउंसलिंग की गई। यहां युवाओं में भी मानसिक राेग के लक्षण मिले। इस दाैरान उन्हे खुश रहे और अपने शाैंक दाेहराने के साथ-साथ ध्यान और याेग करने की भी सलाह दी गई।
सहारनपुर में मानसिक राेग स्वास्थ्य प्रकाेष्ठ के नोडल अधिकारी डॉक्टर ऐके त्रिपाठी और मनाेराेग चिकित्सक डॉक्टर अमरजीत पॉपली ने बताया कि लॉकडाउन से लाेगाें के कारेाबार में काफी नुकसान हुआ। ऐसे में चिंता और अवसाद के राेगियाें में इजाफा हुआ है। देशभर में आत्महत्या के मामले बढ़े हैं। मैट्रो सिटी में आत्महत्या के सबसे अधिक मामले कोरोना काल के दाैरान सामने आए हैं। अब धीरे-धीरे हालात सामान्य हाे रहे हैं।
कहीं आपमें ताे नहीं ये लक्षण अगर इनमें से एक भी लक्षण में आपमें हैं ताे आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आपकाे किसी अच्छे मनाेचिकित्सक से मिलना चाहिए। डॉक्टर बताते हैं कि कुछ लाेग काउंसलिंग से ही ठीक हाे जाते हैं उन्हे अधिक दवाईयां लेने की भी आवश्यकता नहीं हाेती।
इनको रहता है मानसिक अवसाद का खतरा ये करें उपाय ताे दिमाग रहेगा स्वस्थ