scriptWorld mental health day: 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग में बढ़ रहे मामले, कहीं आपमें भी ताे नहीं ये छह लक्षण | World mental health day: Cases increasing in the age group of 18 to 44 | Patrika News
सहारनपुर

World mental health day: 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग में बढ़ रहे मामले, कहीं आपमें भी ताे नहीं ये छह लक्षण

ज्यादा बोलना और बड़ी-बड़ी बातें करना भी मानसिक राेग का लक्षण
पारिवारिक और वैवाहिक विवाद बन रहे हैं मानसिक राेग का कारण

सहारनपुरOct 10, 2020 / 05:09 pm

shivmani tyagi

पत्रिका न्यूज नेटवर्क, सहारनपुर। 10 अक्टूबर शनिवार आज के दिन काे पूरे विश्व में World mental health day के रूप में मनाया जा रहा है। हाल ही में हुए एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि 18 से 44 वर्ष के आयुवर्ग में मानसिक राेग सबसे अधिक सामने आ रहे हैं। इसे पीछे राेजगार की चुनाैतियों के साथ-साथ वैवाहिक और पारिवारिक विवाद और अऩियमित दिनचर्या सबसे बड़ा कारण हैं।
यह भी पढ़ें

CBI और ED की जांच के बाद बसपा एमएलसी और अमित जैन के खिलाफ 100 करोड़ की RC जारी

इस बार कोरोना और लॉकडाउन ( ने लाेगाें की मेंटल हेल्थ ( Mental Health ) काे काफी प्रभावित किया है। कोरोना वायरस के चलते 23 मार्च काे पूरे देश में लॉकडाउन ( lockdown ) में लग गया था। ऐसे में लाेगाें के राेजगार बंद हाे गए और उन्हे घर में रहना पड़ा। इसका सीधा असर लाेगाें की मेंटल हेल्थ पर पड़ा है। विश्व मानसिकता दिवस पर जिला अस्पताल में एक जागरूकता शिविर का आयाेजन किया गया। यहां लाेगाें की काउंसलिंग की गई। यहां युवाओं में भी मानसिक राेग के लक्षण मिले। इस दाैरान उन्हे खुश रहे और अपने शाैंक दाेहराने के साथ-साथ ध्यान और याेग करने की भी सलाह दी गई।
यह भी पढ़ें

हाथरस : पीड़ित परिवार के मुखिया ने कहा नहीं छोड़ेंगे गांव, न्याय के लिए लड़ेंगे

सहारनपुर में मानसिक राेग स्वास्थ्य प्रकाेष्ठ के नोडल अधिकारी डॉक्टर ऐके त्रिपाठी और मनाेराेग चिकित्सक डॉक्टर अमरजीत पॉपली ने बताया कि लॉकडाउन से लाेगाें के कारेाबार में काफी नुकसान हुआ। ऐसे में चिंता और अवसाद के राेगियाें में इजाफा हुआ है। देशभर में आत्महत्या के मामले बढ़े हैं। मैट्रो सिटी में आत्महत्या के सबसे अधिक मामले कोरोना काल के दाैरान सामने आए हैं। अब धीरे-धीरे हालात सामान्य हाे रहे हैं।

कहीं आपमें ताे नहीं ये लक्षण

अगर इनमें से एक भी लक्षण में आपमें हैं ताे आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आपकाे किसी अच्छे मनाेचिकित्सक से मिलना चाहिए। डॉक्टर बताते हैं कि कुछ लाेग काउंसलिंग से ही ठीक हाे जाते हैं उन्हे अधिक दवाईयां लेने की भी आवश्यकता नहीं हाेती।

इनको रहता है मानसिक अवसाद का खतरा

ये करें उपाय ताे दिमाग रहेगा स्वस्थ

Hindi News / Saharanpur / World mental health day: 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग में बढ़ रहे मामले, कहीं आपमें भी ताे नहीं ये छह लक्षण

ट्रेंडिंग वीडियो