यह मामला उस समय संज्ञान में आया जब ड्यूटी के लिए कुलदीप को कोतवाली से उनको फोन किया जा रहा था। काफी देर तक जब उन्होंने फोन नहीं उठाया तो कोतवाली से कुछ पुलिसकर्मी उनके कमरे पर पहुंचे और उनको आवाज लगाई, लेकिन काफी देर तक उन्होंने दरवाजा नहीं खोला तो पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़ दिया। कमरे के अंदर का नजारा देखकर पुलिसकर्मियों के पैरों तले जैसे जमीन ही न रही।
कमरे में कुलदीप का शव फंदे से लटका हुआ था। उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी अन्य अधिकारियों को दी। इसके बाद कुलदीप के शव को फंदे से उतारा गया और फिर सीएससी देवबंद ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने कुलदीप को मृत घोषित कर दिया। फिलहाल इस घटना के बाद कोर्इ पुलिस अधिकारी कुछ बोलने काे तैयार नहीं है। वहीं पुलिस एसआर्इ के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच में जुटी है।