उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में यह नई व्यवस्था लागू कर दी गई है। इसके साथ-साथ रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भी चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है। गैर राज्यों से आने वाले लोगों की सूची रेलवे स्टेशन पर ही तैयार होगी, उनकी पूरी जानकारी दर्ज की जाएगी। इसी दौरान उनका कोरोना टेस्ट भी होगा और इस बीच जितने दिन भी वह लोग प्रदेश में रुकते हैं उनकी निगरानी की जाएगी। सभी जिलों में कंट्रोल रूम को एक बार फिर से सक्रिय कर दिया गया है और निगरानी समितियों को एक बार फिर से रिएक्टिवेट कर दिया गया है। इन निगरानी समितियों को डोर-टू डोर जाकर सर्वे करने के निर्देश दिए गए हैं। निगरानी समितियां मोहल्लों कालोनियों में आने वाले सभी लोगों की जानकारी जिला प्रशासन को मुहैया कराएंगी। इसके साथ ही ऐसे लोगों की एंटीजन किट से जांच कराई जाएगी जो लोग बाहर से आए हुए होंगे। आसपास के लोगों को भी उनसे सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए जागरूक किया जाएगा।
एक बार फिर से मास्क की अनिवार्यता को लागू कर दिया गया है। लोगों को आगामी त्योहारों को देखते हुए मास्क लगाने और स्वास्थ्य विभाग को टेस्ट की दर बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। शासन से आए निर्देशों की अनुक्रम में सहारनपुर में यह सभी व्यवस्थाएं लागू कर दी गई हैं। जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि एक बार फिर से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं जिसको देखते हुए जागरूकता आवश्यक है। निगरानी समितियों को रिएक्टिवेट किया गया है और लोगों से मास्क लगाए रखने की अपील की जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बीएस सोढी ने बताया कि मुंबई और दिल्ली से आने वाले हर व्यक्ति की जांच की जाएगी और उसको फिर निगरानी में रखा जाएगा। दरअसल दिल्ली और मुंबई में एक बार फिर से कोरोनावायरस के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में यह वायरस कम फैले इसी को देखते हुए व्यवस्था फिर से लागू की जा रही है।