सगाई समारोह में शंकराचार्य स्वामी मुकतेश्वरानंद सरस्वती
Religion : धर्म क्या है ? अगर आपके जहन में भी अक्सर यह सवाल उठता है तो ज्यादा सोचिए मत। सहारनपुर पहुंचे ज्योतिषपीठ शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बड़े ही सरल शब्दों में धर्म की परिभाषा समझाई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ” जो मनुष्य को ऊपर उठाएं नीचे ना गिरने दें, उसका पतन ना होने दें वही नियम धर्म हैं ”
सगाई समारोह में आशीर्वाद देने पहुंचे थे शंकराचार्य
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती यहां सहारनपुर में भाजपा नेता पुष्पेंद्र चौधरी के बेटे आयुष चौधरी के सगाई समारोह में आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे थे। इस कार्यक्रम के बाद दिल्ली रोड स्थित श्री सालासर बालाजी हनुमत धाम में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए एक सवाल के जवाब में उन्होंने धर्म की व्याख्या दी। उन्होंने कहा कि ”जबसे हम पैदा हुए हैं हमकों गिरने से डर लगता है, तो सभी को ये डर लगता है, तो पहला काम है कि हमारा पतन ना हो, इस बारे में जो विचार है वही धर्म है, धर्म हमें पतन से बचाता है, तो पहली शर्त ये है कि हम गिरे ना, और दूसरी शर्त ये है कि व्यक्ति ऊपर उठे, तो पतन से हमें बचाने के लिए और हमारा आध्यात्मिक उन्नयन करने के लिए धर्म बना। यानी ऐसे नियम जिन्हे अपनाने से हमारा पतन नहीं होता बल्कि हमारा व्यक्तित्व निखरता है और ऊपर उठता है उन्ही नियमों को धर्म कहा जाता है।