पुलवामा अटैक के बाद यह बातें कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद ने पत्रिका रिपाेर्टर शिवमणि त्यागी के साथ विशेष बातचीत के दाैरान कही। उन्हाेंने साफ कहा कि
पाकिस्तान काे आतंकवाद देश धाेषित किया जाए। पुलवामा अटैक बेहद कायराना हरकत है। पूरी दुनिया में आज पकिस्तान की किरकिरी हाे रही है। देश के युवाआें में राेष है, गुस्सा है।
आईए जानते हैं जब देश की बात आई ताे क्या बाेले कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद रिपाेर्टरः आज पूरा देश पुलवामा की घटना पर दुःखी है, गुस्सा है, आपकाे क्या लगता है ?
इमरान मसूदः देखिए बेहद अफसाेसनाक है, जिस प्रकार की कायराना हरकत हमारे पड़ाेसी मुल्क ने की है उससे निश्चित रूप से पूरे विश्व के अंदर उनकी (किरककिरी) हाेने का काम हाे रहा है। हम ताे मांग करते हैं कि पाकिस्तान काे आतंकवादी देश घाेषित किया जाए। पाकिस्तान अपने आप ताे बर्बाद है ही, उसकी बर्बादी हमे भी नुकसान पहुंचाने का काम करती है। एेसे में पाकिस्तान काे ताे आतंकवादी देश घाेषित किया जाना ही चाहिए। हमारा प्रयास हाेना चाहिए कि हम पाकिस्तान काे आतंकवादी घाेषित कराएं।
रिपाेर्टरः आपकाे क्या लगता है कहीं काेई चूक रही ? इमरान मसूदः देखिए आप कभी भी कितनी भी काेशिश करें चीजाें काे मैनेज करने की, लेकिन कहीं न कहीं, कभी न कभी, काेई चूक ही जाती है। यह समय अब किसी पर कटाक्ष करने का नहीं है। इस समय पर एकजुटता दिखानी हाेगी। देश के अंदर देश का रहने वाला प्रत्येक नागरिक, देश के अंदर जाे हालात हैं, उनकाें देखते हुए सभी का कर्तव्य है कि हम एकजुटता का परिचय दें, कि देश के लिए मरने-मिटने के लिए हम सब लाेग एक हैं।
रिपाेर्टरः सरकार कह रही है कि सेना काे फ्री हैंड कर दिया है, पर्याप्त है ? इमरान मसूदः देखिए बदला किस प्रकार से लिया जाएगा यह ताे निर्णय सरकार का है। बदले के भी बहुत सारे तरीके हाेंते हैं। काैन से तरीके से बदला सरकार लेगी, मैं समझता हूं कि हर माेर्चे पर हमे बदला लेना हाेगा। अभी जाे माेस्ट फेवरनेशन का जाे दर्जा खत्म किया वाे भी एक अच्छा कदम है। हमे पाकिस्तान से किसी भी तरह का व्यापारिक रिश्ता नहीं रखना हाेगा। पाकिस्तान काे किस प्रकार से हम लाेग सबक सिखा सकते हैं यह भी हमें बेहद साेच समझकर कदम उठाना हाेगा।
रिपाेर्टरः अगर कांग्रेस सरकार में आती है ताे आप आवाज उठाएंगे पाकिस्तान से सभी तरह के रिश्ते खत्म करने की ? इमरान मसूदः देखिए कांग्रेस या भाजपा या किसी आैर का सवाल नहीं है। आज सवाल देश का है। मेरा मानना है कि एेसे राज्य के साथ, एेसे देश के साथ, जाे देश केवल आतंकवाद पराेसने का काम करता हाे। एेसे देश के साथ किसी भी तरह का संबंध रखना मेरे नजरिए में बिल्कुल भी सही नहीं है।
रिपाेर्टरः एेसे समय में देश के प्रधानमंत्री के लिए कुछ कहना चाहेंगे? क्या करना चाहिए क्या कहना चाहिए ? इमरान मसूदः प्रधानमंत्री जी काे फ्री हाेकर निर्णय करना चाहिए। पूरा देश प्रधानमंत्री जी के निर्णय के साथ खड़ा है। हम लाेग पूरे तरीके से देश की आंतरिक सुरक्षा देश की सुरक्षा के मुद्दे के ऊपर किसी भी तरह की ना राजनीतिक बहस करना चाहते हैं आैर ना ही राजनीतिक बात करना चाहते हैं।