जमीयत की ओर से मौलाना अजीमुल्लाह कासमी की ओर से जारी ब्यान में बताया गया कि एनआईए ने दिल्ली और अमरोहा से कथित आतंकी मॉड्यूल के आरोप में 14 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से दस लोगों के खिलाफ बीते माह 21 जून को एनआईए ने चार्जशीट दाखिल की थी। लेकिन एनआईए अभी तक चार अन्य मोहम्मद इरशाद, रईस, जुबैर मलिक और मोहम्मद आजम के खिलाफ छह माह गुजर जाने के उपरांत भी चार्जशीट दाखिल करने में नाकाम रही। जिसको आधार बनाकर जमीयत के वकील नुरुल्लाह ने जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी। जिसकी सुनवाई करते हुए एडिशनल जज राकेश सियाल ने उक्त चारों को जमानत पर रिहा करने को निर्देशित किया है। मौलाना अजीमुल्लाह ने कहा कि दहशतगर्दी के इल्जाम में गिरफ्तार किए गए निर्दोष लोगों की रिहाई के लिए मौलाना महमूद मदनी संकल्पबद्ध है। जिसके चलते वह पूरी मजबूती के साथ इन मामलों की पैरवी की जा रही है।