बागपत: गांव में घुसकर युवक की हत्या करने वालों काे ग्रामीणाें ने पीट-पीटकर मार डाला
हैलीकॉप्टर से सहारनपुर पहुंचे मंत्री ने यह बातें सहारनपुर मेडिकल कॉलेज ( medical college ) का निरीक्षण करने के बाद मीडियाकर्मियों से कही। सुबह करीब दस बजे पुलिस लाइन में उनका हैलीकॉप्टर उतरा था। हैलीकॉप्टर से उतरते ही वह सीधे व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। यहां उन्हाेंने स्वस्थ हुए कोरोना पीड़ित छह राेगियाें काे पुष्प देकर उनके घरों के लिए रवाना किया। इसके साथ ही उन्हाेंने प्रिंसिपल को कोरोना वायरस की टेस्टिंग के लिए मशीन खरीदने के निर्देश भी दिए दिए।रेलवे स्टेशन पर कई दिन बाद पहुंची ट्रेन, 6 यात्री उतरे ताे 51 हुए सवार
चिकित्सा मंत्री ने मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी सेवाएं शुरू करने की बात कहते हुए मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डीके मर्तोलिया को निर्देश दिए कि, कोरोना वार्ड की एंट्री और एग्जिट दोनों ही अलग-अलग होने चाहिएं। अगर काेई भी व्यक्ति या रोगी कोरोनावायरस वार्ड में आ रहे हैं उनका सामान्य वार्ड ओपीडी और इमरजेंसी से कोई भी संपर्क नहीं होना चाहिए। इसकी व्यवस्था बेरीकेडिंग करके मेडिकल कॉलेज में की जाए।चेकिंग पर निकले रामपुर एसपी शगुन गाैतम पर कार चढ़ाने का प्रयास, बाल-बाल बचे
निरीक्षण के बाद मंत्री ने मेडिकल कॉलेज के स्टाफ समेत पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की अलग हॉल में बैठक ली। इस दौरान मीडिया को दूर ही रखा गया। इस बैठक से बाहर आने के बाद मंत्री ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि सहारनपुर की व्यवस्थाएं अच्छी हैं। जितनी बड़ी संख्या में सहारनपुर में राेगी ठीक हुए हैं वह अच्छी बात है। बाेले कि, सरकार का मकसद कोरोनावायरस को फैलने से रोकना है। अपने इस मकसद में उत्तर प्रदेश सरकार काफी हद तक अभी सफल भी हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे मनोयोग के साथ कोरोनावायरस ( COVID-19 virus )को फैलने से रोका है। इसका प्रमाण यह है कि आज उत्तर प्रदेश में 3000 भी कोरोना मरीज नहीं हैं। मंत्री ने यह भी कहा कि हमें अब कोरोनावायरस लिए मास्क लगाना अपनी आदत में डालना होगा।