किसानों ने लगाया तहसील में ताला, इसके बाद दिखा ऐसा नजारा
पशु चिकित्साधिकारी बड़गांव प्रमाेद सैनी के अनुसार जनवरी माह में बड़गांव क्षेत्र से कई घाेड़ों के नमूने लिए गए थे। इनकी रिपाेर्ट में झबीरण के रहने वाले ऋषि पाल पुत्र अजय सिंह की घाेड़ी की ग्लेंडर वायरस की रिपाेर्ट पॉजेटिव आई है। पूरे देश में जब कोरोना का डर फैला हुआ है तो ऐसे में सहारनपुर में ग्लेंडर वायरस सामने आना अपने आप में एक चुनौती है।पूर्व विधायक हाजी अलीम की हत्या के सीबीसीआईडी के खुलासे पर बड़े बेटे ने उठाए सवाल तो फैल गई सनसनी
इस चुनौती को स्वीकार करते हुए चिकित्सा विभाग ने ऋषिपाल की घोड़ी को एक विशेष प्रकार की दवाई देकर माैत के घाट उतार दिया है। चिकित्सकों के अनुसार ग्लेंडर राेग बेहद घातक है। यह सबसे अधिक घोड़ों में पाया जाता है लेकिन घाेड़ाें से यह किसी अन्य पशु या फिर मनुष्य में भी फैल सकता है। यह हवा में संक्रमण की तरह फैलता है। इसी आशंका काे देखते हुए अब ऋषिपाल की घाेड़ी काे मारने के बाद काफी गहरा गढ्डा खाेदकर जमीन के नीचे दफन कर दिया गया है।