देखें वीडियो–
तेज हवाएं चलने से लोगों में बढ़ी तूफान की आशंका 13 मई को ऐसे मची थी तबाहीदरअसल रविवार को आया अांधी तूफान गंगोह के गांव कुंडा कला के ग्रामीणों पर कहर बनकर टूट पड़ा था। आंधी तूफान के बाद जब आसमान में बिजली कड़की तो गांव के पास ही एक खेत में काम कर रहे दर्जन भर महिला पुरुष और बच्चों ने एक झोपड़ी में जाकर शरण ले ली और इसके कुछ देर बाद आकाशीय बिजली झोपड़ी पर गिर गई। भयंकर आग लगने से दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
इस आग में बच्चों समेत आठ लोग गंभीर रुप से झुलस गए थे। इनमें से 4 गम्भीर रूप से जले गए थे। इस घटना के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया और आकाशीय बिजली गिरने की इस घटना से गांव के लोग दहशत में आ गए। बिजली कड़कते ही 50 वर्षीय सादा अपने बेटे आलम के साथ झोपड़ी में आ गया। इनके अलावा भी अन्य कई ग्रामीण जो खेत में काम कर रहे थे वो भी झोपड़ी में आ गए। अचानक बिजली गिरी तो सादा और तैमूर की मौत हो गई। जबकि इसी झोपड़ी में मौजूद गुलजार समेत 10 वर्षीय जाहिद, 8 वर्षीय शहजादी, 8 वर्षीय मुस्कुराना और तैमूर समेत नूर आलम, इसराना, आबिदा और शाहरूख खान आदि गम्भीर रूप से घायल हो गए थे।
ग्रामीणों के मुताबिक़ गांव कुंडा में युमना नदी के पास किसान परिवार समेत करीब डेढ़ दर्जन लोग खेत में गन्ने की बुवाई कर रहे थे। अचानक आए अंधड़ और बारिश से बचने के लिए ये लोग पास में ही बनी झोपड़ी के अंदर खड़े हो गए। इन लोगों पर आकाशीय बिजली कड़कड़ाती हुई कहर बनकर टूट पड़ी। झोपड़ी के नीचे खड़े लोगों पर गिर गई। हादसे में 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बच्चों समेत आठ लोग बिजली की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गए।