प्रवेश के लिये क्या होगा जरुरी
उन्होंने बताया कि अब दारुल उलूम प्रबंधन ने संस्थान के परिसर में प्रवेश के लिये आगंतुक (विजिटर) पास जारी करने के लिये एक अधिकारी को नियुक्त किया है। विजिटर पास में आधार कार्ड या वोटर कार्ड या पैन कार्ड फॉर्म संबंधित अधिकारी को दिखाना होगा। फॉर्म के एक कॉलम में विजिटर का नाम, मोबाइल नंबर, पता, घूमने आए सदस्यों (महिला और पुरुष) की संख्या आदि का ब्योरा देना होगा। महिलाओं को संस्था के अंदर प्रवेश करने की इजाजत दिन खत्म होने से पहले यानी सूर्यास्त तक की होगी। वीडियोग्राफी पर पूर्णतया पाबंदी
संस्था परिसर में बैठकर खाना खाने पर रोक रहेगी। पास की वैधता दो घंटे की होगी। महिलाएं शाम को विजिट नहीं कर सकेंगी। वीडियोग्राफी पर पूर्णतया पाबंदी रहेगी। उल्लेखनीय है कि कुछ माह पहले दारुल उलूम प्रबंधन ने संस्थान में शिक्षण कार्य के दौरान बाहरी महिलाओं के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। बाहर से संस्था में भ्रमण को आने वाली महिलाएं जहां बेपर्दा घूम रही थीं, वहीं संस्था की ऐतिहासिक इमारतों के सामने बिना हिजाब फोटो भी ले रही थीं। साथ ही रील बनाकर और इस पर गाने की एडिटिंग कर इन्हें सोशल मीडिया पर डाला जा रहा था।
आपको बता दें कि छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही थी। महिलाओं की एंट्री पर बैन लगाने पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई थी। इससे संस्था को फजीहत झेलनी पड़ रही थी। इसके चलते संस्था ने महिलाओं के संस्था में प्रवेश पर रोक लगा दी थी।