भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा कि छात्रसंघ के जरिये एससी/एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक युवाओं में उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूकता पैदा करना है। उन्होंने कहा, “युवा देश का भविष्य हैं और हमें उन्हें सशक्त बनाने की आवश्यकता है।” चंद्रशेखर ने कहा कि इन वर्गो से संबंधित छात्रों से अधिक शुल्क का भुगतान करने के लिए कहा जा रहा है। इसके अलावा उन्हें परिसर में भी प्रताड़ना झेलनी पड़ती है। लेकिन बीएएसएफ युवाओं को अनुसरण करने के बजाय नेता बनने के लिए तैयार करेगा। साथ ही यह राष्ट्र के प्रति उनके कर्तव्यों को भी परिभाषित करेगा।”
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चंद्रशेखर ने कहा कि बीएएसएफ को पुणे, महाराष्ट्र सहित अन्य सभी राज्यों में भी लांच किया जाएगा। एक सवाल का जवाब देते हुए भीम आर्मी के नेता ने कहा कि पहले दलित छात्रों के लिए 630 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई थी जो अब घटकर 283 करोड़ रुपये हो गई है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव में युवा हालात को बदलने की भूमिका के तौर पर उभरेंगे।