दो माह कोमा में रही घायल
न्यायालय ने आदेश में उल्लेख किया गया है कि फरियादी रति दिल्ली में नौकरी करती थी। आरोपियों ने उसके साथ लूट कर चलती ट्रेन से धक्का दिया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हुई और दो माह तक कोमा में रही, वर्तमान में हाथ, पैर सही काम नहीं करते हैं। जिसपर न्यायालय का विधिक दायित्व बनता है कि ऐसे कृत्य करने वाले व्यक्ति के विरूद्ध कठोर रूख अपनाया जाए, ताकि समाज मे सुखद संदेश दिया जा सके ।
न्यायालय ने आदेश में उल्लेख किया गया है कि फरियादी रति दिल्ली में नौकरी करती थी। आरोपियों ने उसके साथ लूट कर चलती ट्रेन से धक्का दिया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हुई और दो माह तक कोमा में रही, वर्तमान में हाथ, पैर सही काम नहीं करते हैं। जिसपर न्यायालय का विधिक दायित्व बनता है कि ऐसे कृत्य करने वाले व्यक्ति के विरूद्ध कठोर रूख अपनाया जाए, ताकि समाज मे सुखद संदेश दिया जा सके ।