खरीदी के पहले जब किसान नमी की जांच करते हैं, तो वह 12 प्रतिशत तक रहती है, लेकिन जब वेयरहाउस में जमा करने के लिए सोयाबीन ले जाते हैं, तो वहां नमी बढ़ी निकल रही है, जिससे समय पर समितियों का सोयाबीन जमा नहीं हो पा रहा है।
किसान परेशान हैं और अधिकारियों से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। पिछले दिनों किसानों की शिकायत पर एसडीएम ने केन्द्रों का निरीक्षण भी किया था।